हरिद्वार, 17 अगस्त। श्री दक्षिण काली मंदिर प्रांगण में लोक कल्याण के लिए आयोजित निरंजन पीठाधीश्वर आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी कैलाशानंद गिरि महाराज की विशेष शिव आराधना निरंतर जारी है। स्वामी कैलाशानंद गिरी महाराज द्वारा प्रतिदिन वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ विभिन्न प्रकार के पुष्पों से शिवलिंग का विशेष शृंगार कर गंगाजल, पंचामृत व अन्य द्रव्यों से किए जाने वाले भगवान शिव के अभिषेक एवं पूजा अर्चना में श्रद्धालु भक्त भी शामिल होते हैं। स्वामी कैलाशानंद गिरी ने भगवान शिव को खुश करने के लिए फूलों की वर्षा की और भक्तों ने भी अपने गुरूदेव से फूलों की होली खेलकर प्रसन्नता व्यक्त की। श्रद्धालु भक्तों को शिव आराधना का महत्व बताते हुए स्वामी कैलाशानंद गिरी महाराज ने कहा कि सावन में सच्चे मन से की गई भगवान शिव की आराधना से साधक का जीवन बदल जाता है और चरित्र उत्तम बनता है। जिससे कल्याण का मार्ग प्रशस्त होता है। उन्होंने कहा कि शिवकृपा से श्रद्धालु को सुख समृद्धि व वैभव की प्राप्ति होती है। पूरे सावन हरिद्वार में निवास करने वाले देवों के देव महादेव भगवान शिव की महिमा अपरंपार है। उनकी कृपा से जीवन स्वयं ही उन्नति की ओर अग्रसर हो जाता है। महादेव शिव अपने भक्तों के सभी कष्ट दूर कर उनकी सभी मनोकामनाएं पूर्ण करते हैं। स्वामी कैलाशानंद गिरी के शिष्य स्वामी अवंतिकानंद ब्रह्मचारी ने बताया कि गुरूदेव की विशेष शिव आराधना का समापन 19 अगस्त को श्रावण पूर्णिमा के दिन संत समाज की उपस्थिति में होगा। इस दौरान स्वामी अवंतिकानंद ब्रह्मचारी, आचार्य पवनदत्त मिश्र, पंडित प्रमोद पांडे, कृष्णानंद ब्रह्मचारी, महंत लालबाबा, बाल मुकुंदानंद ब्रह्मचारी, स्वामी अनुरागी, चेतन शर्मा समेत कई श्रद्धालु भक्त मौजूद रहे।