हरिद्वार समाचार –
निरंजन पीठाधीश्वर आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी कैलाशानंद गिरी महाराज ने कहा है कि सनातन संस्कृति का शिखर उत्सव कुंभ मेला राष्ट्र की धरोहर है और श्री पंचायती अखाड़ा निरंजनी की गौरवशाली परंपराएं विश्व विख्यात हैं। शाही स्नान के लिए अखाड़े के संत महापुरूषों व नागा सन्यासियों के साथ हरकी पैड़ी रवाना होने से पूर्व श्रद्धालु भक्तों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि महाकुंभ मेले के दौरान सनातन संस्कृति से प्रभावित होकर पूरे विश्व के लोग भारत की ओर आकर्षित होते हैं। जिस कारण भारत का पूरे विश्व में एक अलग स्थान है। अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीमहंत नरेंद्र गिरि महाराज ने कहा कि कुंभ मेला देवताओं को भी दुर्लभ है और शाही स्नान के दिन जो श्रद्धालु भक्त पतित पावनी मां गंगा के अमृत जल में डुबकी लगा लेता है। वह भवसागर से पार हो जाता है। उन्होंने कहा कि कुंभ मेला दुनिया भर में किसी भी धार्मिक प्रयोजन के लिए भक्तों का सबसे बड़ा संग्रह है। कुंभ मेले के दौरान संतों के सानिध्य में गंगा स्नान करने वाले श्रद्धालु भक्त अनंत काल तक धन्य हो जाते हैं और उनके कल्याण का मार्ग प्रशस्त होता है। आनंद पीठाधीश्वर आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी बालकानंद गिरी महाराज ने कहा कि लोक आस्था का महापर्व कुंभ मेला विश्व का सबसे बड़ा धार्मिक आयोजन है। जो पूरे विश्व में भारत की एक अलग पहचान बनाता है। ईश्वरीय आमंत्रण पर ही कुंभ स्नान का अवसर मिलता है। मेले के दौरान संत महापुरुष और नागा सन्यासी मुख्य आकर्षण का केंद्र होते हैं। उन्होंने कहा कि मेला प्रशासन और संत महापुरुषों के समन्वय से कुंभ मेला दिव्य और भव्य रुप से संपन्न होगा। महामंडलेश्वर स्वामी ललितानंद गिरि महाराज ने कहा कि महाशिवरात्रि पर्व करोड़ों श्रद्धालुओं की आस्था का केंद्र है। आज के पावन दिन जो श्रद्धालु भक्त मां गंगा का आसमान मात्र कर लेता है। उसके सभी मनोरथ देवों के देव महादेव भगवान शिव पूर्ण करते हैं। निरंजनी अखाड़े के कुंभ मेला प्रभारी श्रीमहंत रविन्द्रपुरी व सचिव श्रीमहंत राम रतन गिरी महाराज ने कहा कि धर्म की पताका को दुनिया में फहराने का विशेष दायित्व संत महापुरुष निभा रहे हैं और धार्मिक क्रियाकलाप ही सनातन संस्कृति को दर्शाने का सशक्त माध्यम हैं। उन्होंने कहा कि मां गंगा की असीम कृपा से जल्द ही कोरोनावायरस पूरे विश्व से समाप्त होगी। इस अवसर पर म.म.स्वामी राहुलेश्वरानंद गिरी, श्रीमहंत लखन गिरी, म.म.संतोषी माता, म.म.स्वामी आत्मानंद गिरी, महंत शंकरानंद सरस्वती, श्रीमहंत दिनेश गिरी, श्रीमहंत ओंकार गिरी, महंत राधे गिरी, महंत नीलकंठ गिरी, महंत नरेश गिरी, महंत मनीष भारती, दिगंबर गंगा गिरी, दिगंबर बलबीर पुरी, स्वामी रघुवन, स्वामी आलोक गिरी, स्वामी विष्णु चैतन्य, स्वामी विद्यानंद तीर्थ, स्वामी हरिवल्लभ दास शास्त्री, स्वामी रविवन, स्वामी मधुरवन, श्रीमहंत गिरजानंद सरस्वती, श्रीमहंत सागरानंद सरस्वती सहित बड़ी संख्या में संत महापुरूष मौजूद रहे। शाही स्नान के लिए हरकी पैड़ी पहुंचे निंरजनी व आनंद अखाड़े के संतों का डीजीपी अशोक कुमार, कुंभ मेला आईजी संजय गंुंज्याल, जिला अधिकारी सी.रविशंकर, एसएपी सेंथिल अबुदई कृष्णराज एस, कुंभ मेला एसएसपी जनमेजय खण्डूरी, मेला अधिकारी दीपक रावत, अपर मेला अधिकारी हरबीर सिंह, भाजपा प्रदेश महामंत्री सुरेश भट्ट, संघ प्रचारक पदम सिंह, पूर्व मेयर मनोज गर्ग आदि सहित तमाम अधिकारियों ने फूलमालाएं पहनाकर व पुष्पवर्षा कर स्वागत किया।