हरिद्वार, 7 दिसम्बर। कनखल स्थित निर्मल विरक्त कुटिया में स्थापित ऐतिहासिक गुरुद्वारे में गुरु नानक देव का प्रकाशोत्सव धूमधाम से मनाया गया। प्रकाशोत्सव में हरिद्वार, कनखल, ज्वालापुर, भेल और आसपास के ग्रामीण इलाकों से आए हजारों श्रद्धालुओ ने गुरुद्वारे में माथा टेका। इस दौरान श्रद्धालु संगत को संबोधित करते हुए राज्य अल्पसंख्यक आयोग के पूर्व अध्यक्ष सुखदेव सिंह नामधारी ने कहा कि गुरू नानक देव केवल सिक्खों के ही नहीं बल्कि पूरी कायनात के गुरु थे। अज्ञान के अंधकार में भटक रहे समाज में ज्ञान का प्रकाश कर नई दिशा देने वाले गुरू नानक देव की शिक्षाएं सदैव प्रासंगिक रहेंगी। सभी को उनके दिखाए मार्ग पर चलते हुए समाज की सेवा में योगदान करना चाहिए। इस अवसर पर कथावाचक ज्ञानी सरबजीत सिंह लुधियाना वाले ने कथा सुनाकर श्रद्धालु संगत को निहाल किया। उन्होंने कहा कि सिमरन करो, गुरु का नाम लो। उसी से जीवन सुधरेगा। बाबा लाड़ी सिंह व बाबा बूटा सिंह ने कहा कि गुरु हमे सच के मार्ग पर चलने की शिक्षा देते है। गुरु की सेवा करो। जिससे गुरु का आशीर्वाद सदैव सभी पर बना रहे। सिक्ख समाज अपने गुरुओं और सेवा के लिए जाना जाता है। अपना मन ईश्वर में लगाओ। सिमरन करो और सभी के साथ प्रेम सौहाद्र का व्यवहार करें। सिख समाज की और से सरोपा भेंटकर और शॉल ओढ़ाकर सुखदेव सिंह नामधारी का स्वागत किया गया। कार्यक्रम में बाबा पंडत, हरविंदर सिंह, सुखदेव सिंह नामधारी, सरदार कुलवंत सिंह, सरदार बाज सिंह, सूबा सिंह ढिल्लो, हरभजन सिंह, रविंद्र पाल सिंह, विक्रम सिंह सिद्धू, अंग्रेज सिंह, सुलतान सिंह, रतन सिंह, विजय शास्त्री, अमृतपाल सिंह, अंशुल, अनिल कुमार, प्रभात, परितोष राय, अनूप सिंह सिद्धू, उज्जल सिंह, अमरीक सिंह, हरजोत सिंह, मालक सिंह आदि हजारों श्रद्धालु उपस्थित रहे।