हरिद्वार।उत्तराखंड के चारों धामों सहित समस्त पौराणिक तीर्थस्थलों के प्रचार प्रसार, विकास तथा पलायन रोकने के लिए प्रतिवर्षनिकाली जाने वाली पावन पवित्र छड़ी यात्रा का प्रदेशसरकार के पर्यटन, लोकनिर्माण, पंचायतीराज, ग्रामीणनिर्माण, सिंचाई, जलागम एवंसंस्कृतिमंत्री सतपालमहाराज शुभारम्भकिया।
प्रदेश के पर्यटन, लोकनिर्माण, पंचायतीराज, ग्रामीणनिर्माण, सिंचाई, जलागम एवंसंस्कृतिमंत्री सतपालमहाराज ने शुक्रवारकोश्रीपंचदशनामजूना (भैरव) अखाड़ापहुंचकर
पौराणिक सिद्ध पीठ नगर कीअधिष्ठात्री माया देवी मंदिर में विधिवत पूजाअर्चना कर नगर कोतवालआनंदभैरव के दर्शनकिए।
इस मौके परश्रीमहाराज ने पवित्र छड़ी यात्रा की सफलता व राष्ट्र की सुख समृद्धि शांति के लिए प्रार्थना की।उन्होंनेकहा कि तीर्थों की पवित्र छड़ी यात्रा हमारी सनातन परंपरा का प्रतीक है । यह परं पराआद्य जगतगुरु शंकराचार्यमहाराज के समय सेहीचलीआरहीहै।उत्तराखंडमें यह प्राचीनकालसेहीबागेश्वरसेचलतीथीऔरपूरेउत्तराखंड के सनातनधर्मऔरवैदिकसंस्कृतिकाप्रचारकरतीथी।कालांतरमेंमुगलों ने इसपररोकलगादीथी।लेकिनजूना अखाड़े ने पुनः इसपरम्पराकोप्रारंभकरअत्यंतमहत्वपूर्णकार्यकियाहै।
उन्होंनेकहाकिइसपवित्र छड़ी यात्रा सेउत्तराखंड के उपेक्षितविस्मृतिपौराणिकतीर्थकाविकासतोहोगा, साथहीस्थानीय नागरिकोंकोरोजगार के अवसरभीप्राप्तहोंगेऔरपलायनपररोकलगेगी।इससेपहलेजूना अखाड़ापहुंचनेपरकैबिनेटमंत्री सतपालमहाराजकाजूना अखाड़े के अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष महंतप्रेमगिरीमहाराज, अखिलभारतीय अखाड़ापरिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष ममहंतरवींद्रपुरी, सचिवमहंतमहेशपुरी, महंत शैलेंद्रगिरी, उपाध्यक्ष मंहतकेदारपुरीनेमाल्यार्पणकरस्वागतकिया।
महंतप्रेमगिरिमहाराजनेबतायाकिइसपवित्र छड़ी यात्रा काआजकैबिनेटमंत्री श्रीमहाराज ने शुभारंभकरदियाहै। यह छड़ी यात्रा 27 अक्टूबरतकपंचपुरीहरिद्वारमेंसभीपौराणिकसिद्धपीठों, अखाड़ों, आश्रमोंमेंपूजनहेतुजाएगी। 28 अक्टूबरकोहर की पैड़ीपरमांगंगाकीपूजाअर्चना के बाददुग्धअभिषेक के पश्चातमुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी द्वारामायादेवीमंदिरप्रांगणसेपवित्र छड़ीकोउत्तराखंड की यात्रा के लिए रवानाकियाजायेगा।
इसअवसरपरमहंतशिवदत्तगिरी, महंतपशुपतिगिरी, कोठारीमहाकालगिरीपुजारीमहंतसुरेशानंदसरस्वती, महंतदीनदयालगिरि, महंतआकाशपुरी, महंतआदित्य गिरि, महंतभीष्मगिरि, महंतराजेंद्रगिरि, महंतगौतमगि
िमहाराज ने कियापवित्र छड़ी यात्रा का शुभारंभ
नगर की अधिष्ठात्री मायादेवी व कोतवालआनंदभैरव के दर्शनकर की पूजाअर्चना
हरिद्वार।उत्तराखंड के चारोंधामोंसहितसमस्तपौराणिकतीर्थस्थलों के प्रचारप्रसार, विकासतथापलायनरोकने के लिए प्रतिवर्षनिकालीजानेवालीपावनपवित्र छड़ी यात्रा काप्रदेशसरकार के पर्यटन, लोकनिर्माण, पंचायतीराज, ग्रामीणनिर्माण, सिंचाई, जलागम एवंसंस्कृतिमंत्री सतपालमहाराज शुभारम्भकिया।
प्रदेश के पर्यटन, लोकनिर्माण, पंचायतीराज, ग्रामीणनिर्माण, सिंचाई, जलागम एवंसंस्कृतिमंत्री सतपालमहाराज ने शुक्रवारकोश्रीपंचदशनामजूना (भैरव) अखाड़ापहुंचकर
पौराणिकसिद्ध पीठनगरकीअधिष्ठात्री मायादेवीमंदिरमेंविधिवतपूजाअर्चनाकरनगरकोतवालआनंदभैरव के दर्शनकिए।
इसमौकेपरश्रीमहाराजनेपवित्र छड़ी यात्रा की सफलता व राष्ट्र की सुख समृद्धि शांति के लिए प्रार्थनाकी।उन्होंनेकहाकितीर्थों की पवित्र छड़ी यात्रा हमारीसनातनपरंपराकाप्रतीकहै । यह परंपराआद्य जगतगुरु शंकराचार्यमहाराज के समय सेहीचलीआरहीहै।उत्तराखंडमें यह प्राचीनकालसेहीबागेश्वरसेचलतीथीऔरपूरेउत्तराखंड के सनातनधर्मऔरवैदिकसंस्कृतिकाप्रचारकरतीथी।कालांतरमेंमुगलों ने इसपररोकलगादीथी।लेकिनजूना अखाड़े ने पुनः इसपरम्पराकोप्रारंभकरअत्यंतमहत्वपूर्णकार्यकियाहै।
उन्होंनेकहाकिइसपवित्र छड़ी यात्रा सेउत्तराखंड के उपेक्षितविस्मृतिपौराणिकतीर्थकाविकासतोहोगा, साथहीस्थानीय नागरिकोंकोरोजगार के अवसरभीप्राप्तहोंगेऔरपलायनपररोकलगेगी।इससेपहलेजूना अखाड़ापहुंचनेपरकैबिनेटमंत्री सतपालमहाराजकाजूना अखाड़े के अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष महंतप्रेमगिरीमहाराज, अखिलभारतीय अखाड़ापरिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष ममहंतरवींद्रपुरी, सचिवमहंतमहेशपुरी, महंत शैलेंद्रगिरी, उपाध्यक्ष मंहतकेदारपुरीनेमाल्यार्पणकरस्वागतकिया।
महंतप्रेमगिरिमहाराजनेबतायाकिइसपवित्र छड़ी यात्रा काआजकैबिनेटमंत्री श्रीमहाराज ने शुभारंभकरदियाहै। यह छड़ी यात्रा 27 अक्टूबरतकपंचपुरीहरिद्वारमेंसभीपौराणिकसिद्धपीठों, अखाड़ों, आश्रमोंमेंपूजनहेतुजाएगी। 28 अक्टूबरकोहर की पैड़ीपरमांगंगाकीपूजाअर्चना के बाददुग्धअभिषेक के पश्चातमुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी द्वारामायादेवीमंदिरप्रांगणसेपवित्र छड़ीकोउत्तराखंड की यात्रा के लिए रवानाकियाजायेगा।
इसअवसरपरमहंतशिवदत्तगिरी, महंतपशुपतिगिरी, कोठारीमहाकालगिरीपुजारीमहंतसुरेशानंदसरस्वती, महंतदीनदयालगिरि, महंतआकाशपुरी, महंतआदित्य गिरि, महंतभीष्मगिरि, महंतराजेंद्रगिरि, महंतगौतमगिरि, महंतराजगिरी,महंतबलपुरीतथामहंतरतनगिरीसहितबड़ी संख्या मेंसाधुसंतों के अलावास्थानीय नागरिक एवं श्रद्धालुउपस्थितथे।
र, महंतराजगिरी,महंतबलपुरीतथामहंतरतनगिरीसहितबड़ी संख्या मेंसाधुसंतों के अलावास्थानीय नागरिक एवं श्रद्धालुउपस्थितथे।