हरिद्वार, 6 मई। महानगर कांग्रेस अध्यक्ष सतपाल ब्रह्मचारी ने हाईकोर्ट एवं सुप्रीम कोर्ट के आदेशों पर जिला प्रशासन द्वारा कई सौ वर्षो पुराने चंदन वाले पीर की मजार को हटाए जाने पर नाराजगी व्यक्त की। उन्होंने कहा कि लोगों की भावनाएं जुड़ी हुई हैं। लेकिन जिला प्रशासन इस और कोई ध्यान नहीं दे रहा है। उन्होंने कहा कि बातचीत के जरिए समाधान निकाला जा सकता था। लेकिन हठधर्मिता के चलते दरगाह को हटाया गया है। प्रशासन द्वारा मुस्लिम समाज से इस मामले को लेकर बातचीत चल रही थी। लेकिन अचानक शनिवार को मजार को हटा दिया गया है। प्रशासन की कार्रवाई से मुस्लिम समाज में भी रोष बना हुआ है। उन्होंने राज्य के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से मांग की कि मजारों एवं मंदिरों से लोगों की भावनाएं जुड़ी रहती हैं। सड़क के विकास के साथ-साथ प्रशासन मजारों एवं मंदिरों का भी विकल्प तलाश सकता है। लेकिन जल्दबाजी में इस तरह की कार्रवाई नहीं होनी चाहिए। सतपाल ब्रह्मचारी ने कहा कि दरगाहें हिन्दु मुस्लिम एकता का संदेश भी देते हैं। दोनों ही समुदायों की भावनाएं दरगाहों से जुड़ी रहती हैं। मुख्यमंत्री को तत्काल मजार एवं मंदिरों पर बुलडोजर चलाए जाने की कार्रवाई को बंद करना चाहिए। सतपाल ब्रह्मचारी ने कहा कि सिंहद्वार फ्लाईओवर के नीचे लंबे समय से भगवान हनुमान का मंदिर बना हुआ था। जिसमें प्रतिदिन पूजा अर्चना भी होती थी। लेकिन भाजपा सरकार ने उसे भी ध्वस्त कर दिया। एक तरफ भाजपा बजरंग बली के नाम पर कर्नाटक में वोट मांगती है। दूसरी और उत्तराखंड में बजरंग बली के मंदिर को ध्वस्त कर दिया जाता है। जिससे सरकार की कथनी और करनी का अंतर सामने आ गया है।