हरिद्वार– धर्म संसद के आयोजन के बाद उठे विवादों के बाद संतों ने भूपतवाला स्थित शांभवी धाम में बैठक कर 21 सदस्यीय कोर कमेटी का गठन किया है। धर्म संसद में शामिल कुछ संतों पर मुकद्मा दर्ज होने के बाद संतों की और से भी पुलिस को तहरीर दी गयी है।
शांभवी धाम के परमाध्यक्ष स्वामी आनन्द स्वरूप महाराज ने कहा कि धर्म संसद पर शोर मचाने वाले लोगों को कड़े शब्दों में जवाब दिया जाएगा। सनातन धर्म की रक्षा के लिए पूरे देश में धर्म संसदों का आयोजन किया जाएगा। जिसमें आगामी 22 व 23 जनवरी को अलीगढ़ में अगली धर्म संसद आयोजित की जा रही है। इसके बाद 12 फरवरी को कुरुक्षेत्र में धर्म संसद आयोजित की जाएगी। हिमाचल प्रदेश में भी धर्म संसद आयोजित करने का निर्णय लिया गया है। उन्होंने बताया कि अब सभी फैसले 21 सदस्य कोर कमेटी ही लेगी। महामंडलेश्वर स्वामी प्रबोधानंद गिरि महाराज की अध्यक्षता में संपन्न हुई बैठक में चार प्रस्ताव पास किए गए। प्रस्तावों के अनुसार जेहाद के खिलाफ निरंतर आंदोलन किया जाएगा। जो संत धर्म संसद का विरोध कर रहे हैं। उनसे मिलकर वास्तविकता से अवगत कराया जाएगा। पूरे आंदोलन का मुख्यालय हरिद्वार रहेगा। कोर कमेटी के सदस्यों की सुरक्षा के लिए संबंधित सरकारों से वार्ता की जाएगी। धर्म संसद का एक विधिक पैनल गठित किया जाएगा जो लोअर कोर्ट से लेकर सुप्रीम कोर्ट तक कानूनी लड़ाई लड़ेगा। महामंडलेश्वर स्वाम प्रबोधानंद गिरी महाराज ने बताया कि सभी तीर्थो पर कोर कमेटी की बैठक आयोजित की जाएगी। बैठक में महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरी, स्वामी अमृतानंद, स्वामी परमानंद, स्वामी महेश स्वरूप, स्वामी शिवानंद महाराज, स्वामी विश्वापुरी महाराज, स्वामी सागर सिंधु महाराज, स्वामी हितेश्वरानंद सरस्वती महाराज, डा.प्रेमानंद महाराज, स्वामी संतोष मुनि महाराज, जितेंद्र नारायण सिंह त्यागी, दर्शन भारती आदि उपस्थित रहे।