हरिद्वार समाचार- अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद अध्यक्ष श्रीमहंत नरेंद्र गिरी महाराज ने अगले वर्ष होने वाला महाकुंभ मेला अपने परंपरागत स्वरूप में ही होगा। जूना अखाड़े में हुई अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद की बैठक जिसमें शहरी विकास मंत्री व शासकीय प्रवक्ता मदन कौशिक, मेला अधिकारी दीपक रावत, अपर मेला अधिकारी हरबीर सिंह, कुंभ मेला आईजी संजय गंुज्याल भी मौजूद रहे। बैठक के बाद पत्रकारों को जानकारी देते हुए अखाड़ा परिषद अध्यक्ष श्रीमहंत नरेंद्र गिरी महाराज ने कहा कि मेले के स्वरूप को लेकर सरकार व अखाड़ा परिषद के बीच बनी सहमति के अनुसार 2010 में संपन्न हुए कुंभ मेले की तर्ज पर ही 2021 का कुंभ मेले का आयोजन किया जाएगा। संतों व श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए सरकार की ओर से मेला क्षेत्र में बिजली, पानी, शौचालय, सुरक्षा आदि के सभी इंतजाम किए जाएंगे। अखाड़ों को शिविर स्थापित करने के लिए भूमि का आवंटन किया जाएगा। बैरागी संतों के शिविर बैरागी कैंप में लगेंगे। महामण्डलेश्वर नगर स्थापित होगा। कथा पण्डाल आदि भी लगाए जाएंगे। अखाड़ों में शाहीयों का प्रवेश व शाही स्नान भी परंपरागत रूप से होंगे। हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि फरवरी व मार्च में कोरोना का खतरा बढ़ता है तो सरकारी नियमों का पालन किया जाएगा। बैरागी कैंप में स्थित मंदिरों के संबंध में श्रीमहंत नरेंद्र गिरी महाराज ने कहा कि फिलहाल कोई मंदिर नहीं तोड़ा जाएगा। इस मामले को लेकर सुप्रीम कोर्ट की डबल बेंच में अपील की जाएगी। शासकीय प्रवक्ता व नगर विकास मंत्री मदन कौशिक ने बताया कि कुंभ मेला दिव्य व भव्य स्वरूप में संपन्न होगा। कुंभ मेले में जिस प्रकार संतों की पेशवाई निकलती रही हैं। उसी प्रकार 2021 के मेले में भी निकलेंगी। कुंभ मेले में तंबु आदि लगाने पर सरकार की ओर से कोई प्रतिबंध नहीं है। अखाड़ा परिषद व संत महापुरूषों के साथ समन्वय कर भव्य रूप से कुंभ संपन्न कराने को लेकर सरकार की पूरी तैयारियां हैं। कोरोना की स्थिति को देखते हुए उसी समय निर्णय लिया जाएगा। श्रीपंच निर्मोही अणि अखाड़े के अध्यक्ष श्रीमहंत राजेंद्रदास व श्रीपंच निर्वाणी अणि अखाड़े के अध्यक्ष श्रीमहंत धर्मदास महाराज ने परंपरागत स्वरूप में कुंभ मेला आयोजित करने के सरकार के निर्णय का स्वागत करते हुए कहा कि इससे पूरी दुनिया में भारतीय संस्कृति व सनातन धर्म को लेकर सकारात्मक संदेश जाएगा और लोगों के मन से कोरोना को लेकर भय भी दूर होगा। देश दुनिया के करोड़ों श्रद्धालु भक्त 12 वर्षो तक हरिद्वार कुंभ का इंतजार करते हैं। कुंभ मेला अपने दिव्य व भव्य स्वरूप में आयोजित होगा तो लोगों की आस्था को बल मिलेगा। बैठक में अखाड़ा परिषद के महामंत्री श्रीमहंत हरिगिरी महाराज, श्रीमहंत प्रेम गिरी, महंत महेश मुनि, श्रीमहंत रामरतन गिरी, महंत रविन्द्रपुरी, मुखिया महंत भगतराम, श्रीमहंत राजेंद्रदास महाराज, श्रीमहंत धर्मदास, महंत किशनदास, महंत गौरीशंकर दास, महंत रामशरण दास, महंत रामजीदास, महंत दामोदर दास, महंत प्रेमदास, महंत जसविन्दर सिंह, महंत देवेंद्र सिंह शास्त्री, म.म.स्वामी सोमेश्वरानन्द, महंत सत्यानन्द महाराज आदि संत महापुरूष मौजूद रहे।