हरिद्वार, 21 मार्च। निरंजनी अखाड़े के आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी कैलाशानंद गिरी महाराज ने कहा कि संसार में मां की शक्ति से बड़ी कोई शक्ति नहीं है। नवरात्रों की पूर्व बेला पर श्री दक्षिण काली मंदिर में श्रद्धालु भक्तों को संबोधित करते स्वामी कैलाशानंद गिरी महाराज ने कहा कि नवरात्रों में मां भगवती के सभी नौ स्वरूपों की पूजा आराधना करने से मनवांछित फल की प्राप्ति होती है। परिवार में सुख समृद्धि का वास होता है और कष्टों से छुटकारा मिलता है। उन्होंने कहा कि नवरात्र मां भगवती की कृपा प्राप्त का सबसे उत्तम अवसर हैं। भक्तों के व्रत उपासना से प्रसन्न होकर देवी भगवती कल्याण का मार्ग प्रशस्त करती है। नवरात्र व्रत करने से जीवन में उत्साह का संचार होता है। देवी भगवती की कृपा से आगे बढ़ने की प्रेरणा मिलती है। इसलिए प्रत्येक व्यक्ति को नवरात्रों में पूर्ण विधि विधान से मां भगवती की आराधना करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि नौ दिनों तक भगवती की पूजा अर्चना करने के साथ देवी स्वरूपों कन्याओं का पूजन करने के साथ उनके संरक्षण संवर्द्धन करने का संकल्प भी अवश्य लेना चाहिए। इस अवसर पर स्वामी अवंतिकानंद ब्रह्मचारी, स्वामी कृष्णानंद ब्रह्मचारी, आचार्य पवनदत्त मिश्र, प्रमोद पांडे, लाला बाबा, मुख्य पुजारी स्वामी विवेकानंद, गगन त्यागी, सुधीर पांडे आदि मौजूद रहे।