हरिद्वार, 23 मई। जय मां मिशन की अध्यक्ष साध्वी शरण ज्योति मां द्वारा श्रवणनाथ नगर स्थित जय मां आश्रम में विश्व कल्याण के लिए किया जा रहा विशेष अनुष्ठान 18वें दिन भी जारी रहा। इस दौरान साध्वी शरण ज्योति मां के संयोजन में श्रद्धालु भक्तों ने हवन यज्ञ कर विश्व कल्याण की कामना की। इस अवसर पर जोधपुर से आए सैकड़ों भक्तों ने मां गंगा का दुग्धाभिषेक किया और साध्वी शरण ज्योति मां से आशीर्वाद लिया। भक्तों को संबोधित करते हुए साध्वी शरण ज्योति मां ने कहा कि सनातन संस्कृति में नदियों को पुण्यदायी माना गया है। मानव कल्याण के लिए पृथ्वी पर अवतरित हुई मां गंगा मोक्षदायिनी ओर पुण्यदायी है। इसलिए सभी को गंगा को स्वच्छ, निर्मल और अविरल बनाने में सहयोग करना चाहिए। सभी को बुद्ध पूर्णिमा की बधाई देते हुए उन्होंने कहा कि ब्रह्मलीन चक्रवर्ती महामंडलेश्वर स्वामी उषा माता महाराज द्वारा स्थापित जय मां मिशन सेवा का प्रमुख केंद्र है। ब्रह्मलीन उषा माता के शिष्य ब्रह्मलीन महामंडलेश्वर स्वामी महादेव महाराज की प्रेरणा से सैकड़ों साध्वियां और लाखों भक्त मानव सेवा में योगदान कर रहे हैं। मानव सेवा के इस कार्य को आगे बढ़ाना ही उनके जीवन का उद्देश्य है। स्वामी रविदेव शास्त्री ने कहा कि वयोवृद्ध अवस्था में भी जिस प्रकार साध्वी शरण ज्योति मां जय मां मिशन के सेवा कार्यो को आगे बढ़ा रही हैं। वह सभी के लिए अनुकरणीय है। सभी को उनसे प्रेरणा लेकर मानव कल्याण में योगदान के लिए आगे आना चाहिए। स्वामी रविदेव शास्त्री ने कहा कि संतों का जीवन निर्मल जल के समान होता है। परमार्थ और मानव कल्याण के लिए जय मां मिशन की स्थापना करने वाली ब्रह्मलीन चक्रवर्ती महामंडलेश्वर स्वामी उषा माता महाराज और उनके शिष्य ब्रह्मलीन महामंडलेश्वर स्वामी महादेव महाराज के विचार और उनका कृतित्व सदैव समाज को प्रेरणा देता रहेगा। इस अवसर पर स्वामी रविदेव शास्त्री, स्वामी हरिहरानंद, स्वामी सुतिक्ष्ण मुनि, स्वामी दिनेश दास, पंडित महेश भट्ट, पंउित महेश पंत, जगदीश चावला, रोहताश सिंह फौजी आदि मौजूद रहे।