हरिद्वार, 19 मार्च। निरंजनी अखाड़े के महामंडलेश्वर स्वामी ललितानंद गिरी महाराज ने कहा कि गंगा पूज्यनीय और भारत की धरोहर है। सभी को गंगा को स्वच्छ, निर्मल और अविरल बनाने में सहयोग करना चाहिए। श्रद्धालु भक्तों को संबोधित करते हुए महामंडलेश्वर स्वामी ललितानंद गिरी महाराज ने कहा कि गंगा स्नान के दौरान गंगा स्वच्छता का पूरा ध्यान रखें। किसी भी प्रकार की गंदगी, पुराने कपड़े गंगा में ना डालें। पॉलीथीन का उपयोग बिल्कुल ना करें। गंगा और घाटों को स्वच्छ रखने में पूरा सहयोग करें। उन्होंने कहा कि प्राणी मात्र के उद्धार के लिए धरती पर अवतरित हुई मां गंगा मानवीय गलतियों के चलते लगातार प्रदूषित हो रही है। जो बेहद दुख का विषय है। गंगा को प्रदूषण से बचाने के लिए मानव को ही पहल करनी होगी। गंगा जल के दर्शन और आचमन मात्र से ही मनुष्य का कल्याण हो जाता है। इसलिए सभी पतित पावन गंगा को स्वच्छ रखने में सहयोग करें। दूसरों को भी गंगा स्वच्छता के लिए प्रेरित करें। उन्होंने कहा कि गंगा मानव का कल्याण करने के साथ भारत की आर्थिक समृद्धि में भी योगदान करती है। गंगा जल के खेतों की सिंचाई होती है। जिससे किसान समृद्ध होते हैं और भारत खाद्यान्न के क्षेत्र में आत्मनिर्भर हुआ है। गौ गंगा सेवा धाम ट्रस्ट के अध्यक्ष स्वामी निर्मल दास महाराज और युवा भारत साधु समाज के राष्ट्रीय महामंत्री स्वामी रविदेव शास्त्री ने कहा कि राजा भगीरथ के कठिन जप तप के कारण विश्व का कल्याण करने के लिए पृथ्वी पर आयी मां गंगा को पवित्र और निर्मल बनाए रखना प्रत्येक देशवासी का कर्तव्य है।