हरिद्वार समाचार– श्री दक्षिण काली मंदिर में गुप्त नवरात्रों के दूसरे दिन श्रद्धालु भक्तों ने मां दक्षिण काली की आराधना कर परिवार के लिए मंगल कामना की। श्रद्धालु भक्तों को आशीवर्चन प्रदान करते हुए निरंजन पीठाधीश्वर आचार्य महामण्डलेश्वर स्वामी कैलाशानंद गिरी महाराज ने कहा कि नवरात्रों में मां भगवती की पूजा करने से व्यक्ति को मनवांछित फल की प्राप्ति होती है। उन्होंने कहा कि सच्चे मन से मां की आराधना करने से मानव का जीवन भव सागर से पार हो जाता है और उसके परिवार में सुख समृद्धि का वास होता है। क्योंकि संसार में मां की शक्ति से बड़ी और कोई शक्ति नहीं है। मां ही जगत की पालनहार है। मां के आशीर्वाद से ही मनुष्य का जीवन बदल जाता है और मां के नाम का सिमरन सच्ची श्रद्धा और लगन से करता है। मां उसका बेड़ा भवसागर से पार लगा देती है। स्वामी कैलाशानंद गिरी महाराज ने कहा कि कन्याओं में मां के स्वरूप को देखा जा सकता है। जो नवरात्रों में कन्याओं के चरण पूजकर उनकी सेवा करते हैं। मां उन पर श्रद्धा प्रसन्न रहती है। उनके जीवन में कभी कोई संकट का वास नहीं होता। क्योंकि मां के नौ स्वरूपों की पूजा करने से सभी भक्तों का कल्याण होता है। उनके परिवारों में कभी भी कोई कष्ट नहीं आता है। मां शेरा वाली, मां कालिका अपने भक्तों के सभी दुख हर लेती है और उनकी खाली झोलियां भर देती है। सभी को श्रद्धा व भक्ति भाव से मां की पूजा अवश्य करनी चाहिए। इस अवसर पर अवंतिकानंद ब्रह्मचारी, आचार्य पवनदत्त मिश्र, कृष्णानंद ब्रह्मचारी, पंडित प्रमोद पांडे, मुकुंदानंद ब्रह्मचारी, लाल बाबा, दक्षिण काली मंदिर के उपाध्यक्ष संजय जैन, नमित जैन आदि मौजूद रहे।