हरिद्वार समाचार– साधु बेला पीठाधीश्वर आचार्य स्वामी गौरीशंकर दास महाराज ने संत बाहुल्य क्षेत्र भूपतवाला में कुंभ मेला प्रशासन द्वारा मेला कार्य ना कराए जाने पर कड़ी नाराजगी व्यक्त की है। प्रैस को जारी बयान में आचार्य स्वामी गौरीशंकर दास महाराज ने कहा है कि कुंभ मेला कार्यों के नाम पर मेला प्रशासन का नाम मात्र का सहयोग ही संतो को मिल पा रहा है। घाटों का सौंदर्यकरण भी अभी तक नहीं किया गया है। कुंभ मेला प्रारंभ हो चुका है। भूपतवाला क्षेत्र की सड़कें खस्ताहाल हैं। बिजली पानी की व्यवस्था भी सुचारू रूप से व्यवस्थित नहीं है। उन्होंने कहा कि पूरे दुनिया की निगाहें कुंभ मेले को लेकर भारत पर टिकी हुई हैं। मेला प्रशासन को संतों व श्रद्धालुओं को मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराकर कुंभ मेले को भव्य रुप से संपन्न कराना चाहिए। लेकिन जिस प्रकार मेला प्रशासन संतो के साथ बर्ताव कर रहा है। उससे उसकी मंशा साफ उजागर हो रही है। उन्होंने कहा कि राज्य के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत को इस संबंध में सख्त निर्णय लेकर अधिकारियों को निर्देशित करना चाहिए। क्योंकि कुंभ मेला यदि सकुशल रूप से भव्य और दिव्य रूप में संपन्न होता है तो इसका लाभ आने वाले चुनावों में भाजपा सरकार को अवश्य मिलेगा। गुरु कृपा कुटी के अध्यक्ष महंत प्रह्लाद दास महाराज ने कहा है कि मेला प्रशासन संतों की उपेक्षा कर लगातार संत समाज का अपमान कर रहा है। सरकार यदि कुंभ मेला भव्य रुप से संपन्न नहीं करा पाती है तो कुंभ मेला स्थगित कर देना चाहिए। मूलभूत सुविधाओं के नाम पर संतो को लगातार बरगलाया जा रहा है। जिसे कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि आगामी चुनावों में संत और स्थानीय जनता सरकार से इसका जवाब जरूर लेगी। महंत बलराम मुनि महाराज ने कहा कि मेला प्रशासन को संतो की बात को ध्यान में रखकर कार्य करना चाहिए। संतों की ऐसी उपेक्षा आज तक किसी भी कुंभ मेले में नहीं हुई है। प्रशासन का इस तरह का बर्ताव कतई स्वीकार नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि मेला प्रशासन और राज्य सरकार को संतो को कुंभ मेले के दौरान सभी सुविधाएं प्रदान करनी चाहिए। जिससे कुंभ मेले के दौरान आने वाले श्रद्धालु एवं संत महापुरुषों को किसी प्रकार की असुविधा का सामना ना करना पड़े और कुंभ मेला निर्विघ्न रूप से संपन्न हो।