हरिद्वार समाचार– हरिद्वार महाकुंभ 2021 को लेकर संत महापुरूषों की सबसे बड़ी संस्था अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीमहंत नरेंद्र गिरि महाराज ने कहा कि उत्तराखंड में मुख्यमंत्री बदले जाने के बाद महाकुंभ मेले की तैयारियों में तेजी आयी है। नवनियुक्त सीएम तीरथ सिंह रावत ने महाकुंभ को लेकर लगाये गये सभी प्रतिबंध अब हटा लिये हैं। जिसके बाद अब हरिद्वार महाकुंभ में पूरे देश से कोई भी श्रद्धालु आ सकता है। साधु संतों के साथ ही सभी लोगों ने सीएम तीरथ सिंह रावत के इस फैसले का स्वागत किया है। श्रीमहंत नरेंद्र गिरी ने सीएम तीरथ सिंह रावत से मांग की है कि सभी तेरह अखाड़ों के महामंडलेश्वर और साधु संतों को जमीन आवंटित की जाये। इसके साथ ही उन्हें कुंभ मेले में मिलने वाली सड़क, बिजली, पानी और शौचालय की सुविधा भी दी जाए। उन्होंने कहा है कि मेला प्रशासन के पास अभी समय है कि वह इन सब कार्यों को कर सकते हैं। श्रीमहंत नरेंद्र गिरी महाराज ने कहा है कि बैरागी कैंप का कार्य प्रारंभ हो गया। लेकिन सन्यासियों के सातों अखाड़ों, उदासीन और निर्मल अखाड़े का भी कैंप जल्द बसाया जाये। ताकि कुंभ मेले में कथा पंडाल भी शुरू हो सके। हरिद्वार महाकुंभ में 11 मार्च को महाशिवरात्रि के पहले शाही स्नान में शिरकत कर प्रयागराज लौटे अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष श्रीमहंत नरेंद्र गिरी महाराज ने कहा है कि महाकुंभ का दूसरा शाही स्नान पर्व 12 अप्रैल को है। इसलिए अभी पर्याप्त समय भी है और मेला प्रशासन आसानी से अपनी सभी तैयारियां पूरी कर सकता है। श्रीमहंत नरेंद्र गिरी महाराज ने कहा कि सभी 13 अखाड़े मेरे प्राण है और सभी संत एकजुट होकर महाकुंभ मेले को सकुशल संपन्न कराने में पूर्ण सहयोग करेंगे, तभी कुंभ मेला दिव्य और भव्य रूप से संपन्न होगा।