हरिद्वार-श्री चेतन ज्योति आश्रम में चार दिवसीय चिकित्सा शिविर का आयोजन किया गया। जिसमें कल्पामृत आयुर्वेद द्वारा निशुल्क ढाई सौ मरीजों की जांच कर उन्हें दवाइयां वितरित की गई। इस दौरान चेतन ज्योति आश्रम के अध्यक्ष स्वामी ऋषिश्वरानंद महाराज ने कहा कि आयुर्वेद एकमात्र ऐसी चिकित्सा पद्धति है। जिसका व्यक्ति के शरीर पर कोई दुष्प्रभाव नहीं पड़ता है और जिसके माध्यम से जटिल से जटिल बीमारियों का इलाज किया जा सकता है। कल्पामृत आयुर्वेद द्वारा निशुल्क चिकित्सा शिविर लगाकर मानव सेवा की जो मिसाल दी जा रही है वह अपने आप में सराहनीय है। निराश्रितो को मुफ्त में रक्त जांच बीपी शुगर सहित अन्य रोगों की जांच कर दवाइयां वितरित करना एक अच्छी पहल है। सभी को चिकित्सा शिविर का लाभ अवश्य लेना चाहिए। उन्होंने कहा कि कल्पामृत आयुर्वेद द्वारा समय-समय पर कैंप लगाकर ऐसे सराहनीय कार्य किए जाते हैं। इसके लिए वह बधाई के पात्र हैं। कल्पामृत आयुर्वेद परिवार के अध्यक्ष दीपक शर्मा ने बताया कि चिकित्सा शिविर में लगभग सभी बीमारियों की जांच की जा रही है और साथ ही रोगियों को आयुर्वेद चिकित्सा पद्धति के प्रति जागृत भी किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि प्राचीन काल से ही ऋषि मुनि आयुर्वेद पद्धति अपनाकर चिरायु जीवन व्यतीत करते आ रहे हैं। प्रकृति से वरदान के रूप में मिले प्राकृतिक तत्वों का हमें सही इस्तेमाल करना चाहिए। व्यस्तता भरी जीवनशैली में व्यक्ति को योग आयुर्वेद ठीक रखने में अत्यंत सहायक साबित हो रहे हैं। आयुर्वेद के शरीर के प्रति अच्छे परिणाम हमेशा से ही साबित होते आए हैं। महंत शिवानंद महाराज ने कहा कि कोरोना काल में जहां सभी चिकित्सा पद्धति नाकाम साबित हुई। वही शारीरिक क्षमता को बढ़ाने में आयुर्वेद ने अपनी अहम भूमिका निभाई। आधुनिक भारत आज भी प्राचीन सभ्यताओं को अपनाकर पूरे विश्व का मार्गदर्शन कर रहा है जो अपने आप में अकल्पनीय है। महंत शिवानंद महाराज ने बताया कि 275 लोगों ने आयुर्वेदिक चिकित्सा शिविर का लाभ उठाया। इस अवसर पर वैद्य आशीष कुमार, ज्योति धीमान, सुमित कुमार, महंत मनोजानंद, श्रवण कुमार, महंत निर्मलदास, स्वामी रविदेव शास्त्री, स्वामी हरिहरानंद आदि मौजूद रहे।