हरिद्वार
वर्तमान में टेक्नोलॉजी की इस रंग बिरंगी दुनिया में छोटा सा दिखने वाला मोबाइल फोन किसी भी आम व्यक्ति के लिए एक महत्वपूर्ण इलेक्ट्रॉनिक गैजेट है। ऐसे कई काम जिनके लिए घंटों लाइन में खड़ा रहना पड़ता था/है या घर से अधिक दूरी पर जाना पड़ता था/है या कैलकुलेटर या घड़ी या वीडियो कॉल या बैंक या शॉपिंग आदि कई ऐसे काम है जो मोबाइल के सही प्रयोग से आसानी से हो जाते हैं। मोटे तौर पर हमारे लगभग आधे काम स्मार्ट मोबाइल फोन के प्रयोग से घर बैठे आसानी से हो जाते हैं।
अनजाने में ही स्मार्ट मोबाइल फोन, ज्यादातर लोगों की जिंदगी का एक महत्वपूर्ण इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस बन गया है। ऐसे में अगर कहीं आपका ये मोबाइल खो जाए तो दुःखी होना लाज़मी है।
हरिद्वार पुलिस लंबे समय से आमजन की इस पीड़ा को समझती रही है जिसके लिए हरिद्वार पुलिस ने “ऑपरेशन मिसिंग मोबाइल” चलाया हुआ है। जिसके तहत साइबर सेल की एक विशेष यूनिट द्वारा लोगों के खोए हुए मोबाइलों को ढूंढने के लिए दिन-रात मेहनत की जाती है। लोगों को सिर्फ अपने खोए मोबाइल की सूचना निकटतम थाने में देनी होती है उसके बाद इस विशेष यूनिट का काम शुरू हो जाता है जो मोबाइल की लोकेशन के आधार पर भारत के विभिन्न राज्यों से संपर्क स्थापित करते हुए मोबाइल फोन को ढूंढ कर हरिद्वार लाती है और जब खोए मोबाइल को वापस पाने की आस खो बैठे लोगों को हरिद्वार पुलिस की तरफ से अचानक एक कॉल जाता है कि “मैडम/सर आपका खोया मोबाइल मिल गया है, कृपया आइए और कप्तान के हाथों अपना मोबाइल वापस ले जाइए” तो ऐसे लोगों की खुशी देखने लायक होती है और उनके द्वारा हरिद्वार पुलिस के लिए उद्धृत किए गए शब्द यादगार होते हैं।
जी हां ! ऐसा ही कुछ नजारा आज जिला पुलिस मुख्यालय में देखने को मिला जब जनपद पुलिस मुखिया प्रमेन्द्र सिंह डोबाल द्वारा विभिन्न कंपनियों के खोए 415 मोबाइल उनके स्वामियों को लौटाए गए।
जनपद के विभिन्न थाना क्षेत्रों से खोए मोबाइल फोनों की ढूंढखोज हेतु एसएसपी प्रमेन्द्र सिंह डोबाल के निर्देश पर विगत पांच माह से जनपद में चलाए जा रहे “ऑपरेशन मिसिंग मोबाइल” के तहत साइबर सेल टीम द्वारा करीब 7600000 (76 लाख) रुपए से अधिक के 415 मोबाइल फोन्स को सकुशल ढूंढने में सफलता हासिल की गई है।
पुलिस कार्यालय सभागार में आयोजित एक सादे समारोह में एसएसपी द्वारा अन्य जनपद पुलिस अधिकारियों की मौजूदगी में एक-एक कर सभी मोबाइल स्वामियों को उनके खोए मोबाइल सौंपे गये। जिनमें से कुछ फोन विभिन्न राज्यों से आए श्रद्धालुओं/यात्रियों के व कुछ मोबाइल स्थानीय निवासियों के हैं। मोबाइल पाकर सभी के चेहरों की खुशियां देखने लायक थीं/हैं।
हरिद्वार पुलिस की साइबर टीम द्वारा विगत लगभग 19 माह के भीतर अबतक करीब ₹ 3 करोड़ कीमत के 1672 खोए मोबाइलों को बरामद कर उनके स्वामियों को सौंपा जा चुका है। जिनमें मुख्य आरक्षी विवेक यादव का महत्वपूर्ण योगदान है।
अपने खोए हुए मोबाइल वापस पाकर मोबाइल स्वामियों द्वारा खुशी-खुशी कप्तान समेत जनपद पुलिस अधिकारियों के साथ फोटो खिंचवाई गई। कईयों ने इस दौरान कप्तान के साथ सेल्फी भी ली।
*बरामद किए गए फोन का विवरण*
Oneplus– 15
Vivo———-96
Infinix——-16
Realme—-60
Mi————07
Itel———- 08
Honour— 04
iQoo———05
Lava——– 04
Techno—- 12
Nokia- ——08
Samsung- 39
Oppo——– 96
Redmi- —–45
*Total*- 415
*साइबर पुलिस टीम :-*
इंस्पैक्टर दिगपाल कोहली इंचार्ज साइबर टीम
मु0आरक्षी विवेक यादव Ceir/मोबाइल मिसिंग (विशेष योगदान)
मु0आरक्षी शक्ति सिंह गुसांई
मु0आरक्षी योगेश कैन्थौला
मु0आरक्षी अरुण कुमार
मु0आरक्षी नीरज रावत