अमोघ फल प्रदान करती है नीलेश्वर महादेव की उपासना -महंत प्रेमदास
हरिद्वार, 20 जुलाई। नीलेश्वर महादेव मंदिर के अध्यक्ष महंत प्रेमदास महाराज ने कहा है कि देवों के देव महादेव भगवान शिव की उपासना से अमोघ फल की प्राप्ति होती है और साधक के सभी मनोरथ पूर्ण होते हैं। श्रावण मास में जो श्रद्धालु भक्त भगवान शिव की आराधना नियमानुसार करते हैं। भगवान भोलेनाथ की कृपा उन पर असीम रूप से बरसती है और उनका जीवन सदैव उन्नति की ओर अग्रसर रहता है। नील पर्वत स्थित नीलेश्वर महादेव मंदिर में भगवान शिव का दुग्धाभिषेक करने के पश्चात श्रद्धालु भक्तों को संबोधित करते हुए महंत प्रेमदास महाराज ने कहा कि भगवान शिव सृष्टि के सर्वशक्तिमान देव हैं। जिन की आराधना के साथ भक्तों को मां पार्वती का आशीर्वाद भी प्राप्त होता है। कलयुग का प्रधान तीर्थ हरिद्वार और पतित पावनी मां गंगा का पावन तट श्रावण मास का महत्व और बढ़ा देता है। श्रावण मास में सृष्टि का संचालन कर रहे भगवान शिव प्रकृति के संरक्षण संवर्धन से और अधिक प्रसन्न होते हैं। भगवान शिव और प्रकृति का लगाव अत्यंत पवित्र माना जाता है। भगवान शिव की कृपा का पात्र जो भक्त बन जाता है। उसके जीवन की सभी दुश्वारियां नष्ट हो जाती है और अनंत काल तक उसकी रक्षा भगवान भोलेनाथ सभी कष्टों से करते हैं। प्रत्येक श्रद्धालु भक्त को श्रद्धा भाव के साथ सावन पर्यंत भगवान शिव की उपासना अवश्य करनी चाहिए। क्योंकि भगवान की भक्ति में वह शक्ति है जो बड़ी से बड़ी बाधाओं से भी व्यक्ति को पार लगाती है। महंत प्र्रेमदास महाराज ने हरिद्वार आने वाले शिव भक्त कावड़ियों से अपील करते हुए कहा कि कावड़ यात्रा के दौरान सतर्कता बरतें और मां गंगा की स्वच्छता निर्मलता और अभिरक्षा का विशेष ध्यान रखें। जागरूक रहकर और आपसी समन्वय से ही मां गंगा की स्वच्छता को कायम रखा जा सकता है।