हरिद्वार।
बैठक में गंगा संरक्षण से सम्बन्धित विभिन्न बिन्दुओं को चर्चा के लिये सदस्य संयोजक/उप वन संरक्षक, जिला गंगा संरक्षण समिति श्री दीपक सिंह ने जिलाधिकारी के सम्मुख प्रस्तुत किया।
बैठक में आगामी 21 जून को आयोजित होने वाले अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस की व्यवस्थाओं के सम्बन्ध में विस्तृत चर्चा हुई। इस पर जिलाधिकारी ने बारिश की संभावनाओं को देखते हुये अधिकारियों को अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस के लिये बी-प्लान भी तैयार रखने के निर्देश दिये ताकि बारिश होने पर निर्बाध रूप से कार्यक्रम सम्पन्न हो सके।
जिलाधिकारी ने बैठक में कस्सावान नाले के सम्बन्ध में जानकारी ली, जिस पर अधिकारियों ने बताया कि नाला पूरी तरह से टैप है, लेकिन कुछ लोगों की अभी भी शिकायत प्राप्त हो रही है, इस पर जिलाधिकारी ने कहा कि जल्द ही नाले का निरीक्षण किया जायेगा, तत्पश्चात स्थलीय निरीक्षण में जो भी कमी होगी, उसे दूर किया जायेगा। बैठक में विभिन्न स्थानों पर जो सीसीटीवी कैमरे लगे हैं, उसके अलावा जहां पर आवश्यक है, वहां पर दो और सीसीटीवी लगाने का अनुरोध किया गया, जिस पर जिलाधिकारी ने सहमति प्रदान की।
बैठक में उप वन संरक्षक श्री दीपक सिंह ने नमामि गंगे परियोजना के तहत जनपद हरिद्वार में पांच लाख पौधे लगाने की योजना के सम्बन्ध में जानकारी दी। इस पर जिलाधिकारी ने सिंचाई विभाग, कृषि, स्वास्थ्य सहित सम्बन्धित विभागों को निर्देश दिये कि जिन विभागों के पास भूमि उपलब्ध है, वे पौधा रोपण के सम्बन्ध में अपना प्रस्ताव तीन दिन के भीतर अनिवार्य रूप से उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें ताकि पांच लाख पौधा रोपण का लक्ष्य प्राप्त किया जा सके। उप वन संरक्षक ने कहा कि विभागों को केवल जमीन देनी है, बाकी कार्य वन विभाग नमामि गंगे के तहत करेगा। जिलाधिकारी ने व्यापारियों से भी अपील की कि वे भी पर्यावरण के संरक्षण में सहभागिता के तहत अपनी-अपनी दुकानों के सामने दो गमले तथा डस्टबिन रखना सुनिश्चित करें।
जिलाधिकारी ने समिति की बैठक में कृषि विभाग के अधिकारियों से गंगा के किनारे आर्गनिक खेती के सम्बन्ध में जानकारी ली। इस पर कृषि विभाग के अधिकारियों ने बताया कि बहादराबार व लक्सर ब्लॉक के अन्तर्गत 10 हजार हेक्टेयर भूमि पर विभिन्न ग्रामों में आर्गैनिक खेती की जा रही है।
श्री विनय शंकर पाण्डेय को उप वन संरक्षक ने कुछ सामाजिक कार्यकर्ताओं द्वारा जिला गंगा संरक्षण समिति में सदस्यों की संख्या बढ़ाने के अनुरोध के सम्बन्ध में जानकारी दी। इस पर जिलाधिकारी ने कहा कि ऐसे सामाजिक कार्यकर्ता अपना प्रोफाइल उपलब्ध करा दें, उसी के अनुसार सदस्य संख्या बढ़ाने का निर्णय समिति में लिया जायेगा।
बैठक में विभिन्न गंगा घाटों में स्थापित लगभग 150 चेंजिंग रूम की साफ-सफाई के मामले पर चर्चा हुई। जिस पर जिलाधिकारी ने मुख्य नगर आयुक्त एवं गंगा सभा के पदाधिकारियों से विस्तृत जानकारी ली, जिन्होंने बताया कि इस पर लगभग 15 लाख प्रतिमाह का खर्च अनुमानित है। इस पर जिलाधिकारी ने कहा कि अनटाइड फण्ड से यह व्यवस्था कर दी जायेगी।
जिला गंगा संरक्षण समिति की बैठक में विभिन्न गंगा घाटों एवं नालों पर हुये अतिक्रमण के सम्बन्ध में विचार-विमर्श हुआ। जिस पर जिलधिकारी ने कहा कि जहां-जहां पर भी अतिक्रमण है, वह हटाया जाये, इसे किसी भी कीमत में बर्दाश्त नहीं किया जायेगा। उन्होंने कहा कि आगामी 21 जून से अतिक्रमण के खिलाफ सघन अभियान चलाया जायेगा। गंगा घाटों पर सामान आदि बेचने के लिये अनावश्यक प्रवेश करने वाले लोगों के सम्बन्ध में भी बैठक में चर्चा हुई। इस पर जिलाधिकारी ने निर्देश दिये कि गंगा घाटों में प्रवेश करने वाले प्रमुख दो बिन्दुओं पर पीआरडी के पांच-पांच जवान तैनात किये जायेंगे ताकि ऐसे लोगों का प्रवेश न हो सके।
गंगा सभा के पदाधिकारियों द्वारा बैठक में हरकीपैड़ी के चिह्नित स्थान पर हाईमास्ट पोल लाइट स्थापित करने का अनुरोध किया गया, जिस पर जिलाधिकारी ने अपनी सहमति प्रदान की। समिति की बैठक में निराश्रित पशुओं की व्यवस्था किये जाने के सम्बन्ध में भी विचार-विमर्श हुआ, जिस पर जिलाधिकारी ने मुख्य पशु चिकित्साधिकारी को जिला योजना में बजट की व्यवस्था करने के निर्देश दिये।
श्री विनय शंकर पाण्डेय ने नालों की सफाई के सम्बन्ध में भी जानकारी ली। इस पर एमएनए ने बताया कि 70 प्रतिशत नालों की सफाई हो चुकी है।
इस अवसर पर अपर जिलाधिकारी(वित्त एवं राजस्व) श्री वीर सिंह बुदियाल, अपर जिलाधिकारी(प्रशासन) श्री प्यारे लाल शाह, एमएनए श्री दयानन्द सरस्वती, अध्यक्ष श्रीगंगा सभा श्री प्रदीप झा, महामंत्री श्री तन्मय वशिष्ठ, मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ0 योगेश भारद्वाज, कृषि अधिकारी श्री विजय देवराड़ी, परियोजना प्रबन्धक जल निगम श्री आर0के0 जैन, अधिशासी अभियन्ता सिंचाई सुश्री मंजू, एसीएमओ श्री पंकज जैन, सह संयोजक नमामि गंगे विचार मंच श्री शिखर पालीवाल, हिन्दुस्तान टाइम्स से श्री रामेश्वर गौड़, गंगा प्रहरी श्री मनोज निषाद, श्री अभिषेक चौहान, जिला गंगा संरक्षण समिति से जुड़े स्वयंसेवी संगठन, वन विभाग, प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड सहित सम्बन्धित विभागों के अधिकारीगण उपस्थित थे।