हरिद्वार समाचार- ब्रह्मलीन स्वामी योगानन्द सरस्वती महाराज के शिष्य स्वामी सत्याव्रतानन्द ने बताया कि योगानन्द आश्रम के महंत पद का मसला संतों के आदेशानुसार सुलझा लिया जाएगा। इस मामले को लेकर संत समाज ने उन्हें जो सहयोग दिया है। उसके लिए वह सभी संत महापुरूषों के आभारी हैं। स्वामी सत्यव्रतानन्द ने कहा कि वे और हरिप्रिया एक ही गुरू के शिष्य हैं। दोनो मामले का हल निकालने के लिए बातचीत रहे हैं। दो माह से पहले ही मसले का समाधान संत समाज के समक्ष प्रस्तुत कर दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि मामला सुलझने तक संत समाज ने उन्हें आश्रम के संचालन की जिम्मेदारी सौंपी है। उनका उद्देश्य पूज्य गुरूदेव ब्रह्मलीन स्वामी योगानन्द सरस्वती महाराज की शिक्षाओं पर चलते हुए उनके अधूरे कार्यो को आगे बढ़ाना तथा संत समाज की सेवा करना हैं।