* हरिद्वार समाचार -घर बैठे दिव्य महाकुंभ अमृत* *स्नान का अनुपम अवसर*
वैश्विक महामारी कोविड-19 को ध्यान में रखते हुए समृद्धि प्रसाद ग्रोथ सेंटर बहादराबाद हरिद्वार की ग्रामीण गरीब महिलाओं द्वारा हरिद्वार महाकुंभ 2021 का अमृत स्नान घर बैठे कराने की योजना बनाई है जो श्रद्धालु महाकुंभ में डुबकी लगाने की इच्छुक हैं और महामारी के कारण समय अभाव या धनाभाव में हरिद्वार नहीं आ पा रहे हैं उन श्रद्धालुओं के लिए महाकुंभ अमृत स्नान का प्रसाद बनाया जा रहा है उसे मंगवाकर श्रद्धालु महाकुंभ का वही पुण्य फल प्राप्त करेंगे जो हरिद्वार आकर डुबकी लगाने से होता है
प्रसाद ग्रोथ सेंटर की अध्यक्ष श्रीमती पूनम शर्मा ने बताया कि उक्त महाकुंभ अमृत स्नान प्रसाद में श्रद्धालुओं के लिए महाकुंभ के प्रथम शाही स्नान 14 जनवरी मकर संक्रांति का अमृततुल्य गंगाजल ब्रह्म कुंड हर की पौड़ी जहां अमृत का बूंद गिरा था ब्रह्म मुहूर्त का 108ml गंगाजल भरकर श्रद्धालु भक्तों को भेजा जाएगा उक्त किट में 108ml गंगाजल शिव कृपा स्वरूप रुद्राक्ष की माला मां मनसा देवी मां चंडी देवी के आशीर्वाद स्वरुप सुहागिन महिलाओं हेतु अखंड सौभाग्यवती सिंदूर एवं बिंदी महाकुंभ स्नान करते हुए संत भगवान हर की पौड़ी की तस्वीरें पंचमहाभोग एवं हरिद्वार का मुख्य प्रसाद इलायची दाना मुरमुरे प्रसाद के रूप में शामिल किया गया है जो ज्यादातर सम्मान ग्रामीण महिलाओं द्वारा खुद पैकिंग किया जा रहा है
*महाकुंभ स्नान विधि* किट प्रसाद पाने पर अगले साही स्नान की तिथि के दिन प्रातः नहाने की पानी से भरी बाल्टी में दिव्य गंगाजल की 12 बूंदें डालें फिर जल से हर हर महादेव हर हर गंगे कहकर स्नान करें फिर 6 बूंद मुख में डालकर पूजा-पाठ दान आदि करें सौभाग्यवती सिंदूर को पांच बूंद गंगाजल से घोलकर स्वयं तिलक लगाएं और पूरे परिवार को भी तिलक लगाएं बाकी बचा सिंदूर महिलाओं को दे दें ताकि अपने सिंदूर में मिलाकर प्रतिदिन सिंदूर करते हुए मां का आशीर्वाद प्राप्त करें रुद्राक्ष माला धारण करते समय कम से कम 11 बार ओम नमः शिवाय का जाप करें हरि का द्वार हर की पौड़ी का फोटो अपने पूजन अस्थल में स्थापित करते समय ओम नमः भगवते वासुदेवाय नमः का जाप करें इसके बाद पंच भोग भगवान को समर्पित करते हुए अपने परिवार के मंगल कामनाओं हेतु प्रार्थना करें तदुपरांत पंच महा भोग प्रसाद एवं इलायची दाना मुरमुरे प्रसाद पूरे परिवार ईस्ट मित्रों में वितरित करें जिससे समस्त परिवार को महाकुंभ का पूर्ण फल प्राप्त करने का सौभाग्य प्राप्त होगा
सचिव श्रीमती अंजलि एवं कोषाध्यक्ष श्रीमती उर्मिला ने बताया मुक्त प्रसाद का कीमत डाक खर्चे सहित ₹151 ₹501 एवं 11 सो रुपए रखने का विचार किया जा रहा है स्पीड पोस्ट एवं कोरियर के माध्यम से भेजा जाएगा कम कीमत होने से जनमानस तक आसानी से पहुंचा जा सकता है आगे विचार कर रहे हैं कि उक्त प्रसाद को वृहद तरीके से करने के लिए श्रीमान जिलाधिकारी महोदय श्रीमान मेला अधिकारी महोदय से मिलकर प्रसाद का प्रचार प्रसार उत्तराखंड सरकार माननीय मुख्यमंत्री जी के कर कमलों द्वारा वे अपने स्तर से टीवी चैनल के माध्यम से कराएं ताकि महाकुंभ का सौगात देश-विदेश तक पहुंचे साथ ही साथ एक और प्रार्थना करना चाहेंगे कि भारतवर्ष के सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों से आपस में सामंजस्य बैठाकर प्रत्येक राज्य सरकार को 10 10000 प्रसाद के राज में बिक्री करने की योजना बनाएं और जितने भी सरकारी कर्मचारी हैं उनको 111 खरीदने का निर्देश दिया जाए जिससे ग्रामीण गरीब महिलाएं रोजगार से जोड़कर उनको आत्मनिर्भर भारत है की ओर ले जाएं माननीय प्रधानमंत्री जी का भी यही सपना है कि ग्रामीण महिलाएं कैसे आगे बढ़े यही शुभ अवसर हैं की हम महाकुंभ के पहले स्नान से आरंभ करें जिससे हमारे हरिद्वार की ग्रामीण महिलाओं का पहचान पूरे भारत के साथ-साथ विदेश में भी पहचान बन सके यही आशा के साथ है
*अध्यक्ष श्रीमती पूनम शर्मा*