हरिद्वार समाचार-संत महापुरूषों की उपस्थित से प्रेरणा और ऊर्जा मिलती है। भूपतवाला स्थित जसविन्दर एन्कलेव में नवनिर्मित हरिहर कन्हैया कृपा धाम का लोकापर्ण करने के दौरान बाबा रामदेव ने कहा कि तीर्थ स्थल पर श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए आश्रय का निर्माण तथा जल सेवा उपलब्ध कराने से बढ़कर कोई दूसरा पुण्य कार्य नहीं है। महामण्डलेश्वर स्वामी जगदीशदास उदासीन की प्रेरणा से दिल्ली निवासी भटनागर परिवार, फरीदाबाद के सोलंकी परिवार एवं जगाधरी के हरजाई परिवार व अन्य भक्तों के सहयोग से निर्मित हरिहर कन्हैया कृपा धाम आश्रय व सेवा का अनुपम उदाहरण पेश करेगा। शहरी विकास मंत्री मदन कौशिक ने हरिहर कन्हैया कृपाधाम के निर्माण के लिए म.म.स्वामी जगदीशदास उदासीन व उनके अनुयायियों को बधाई देते हुए कहा कि तीर्थ नगरी हरिद्वार में आने वाले लाखों श्रद्धालुओं को आश्रय उपलब्ध कराने में संत समाज का हमेशा ही महत्वपूर्ण योगदान रहा है। संत समाज के सहयोग से यह सेवा केवल हरिद्वार में ही उपलब्ध है। सरकार को भी इससे सहयोग मिलता है। नवनिर्मित हरिहर कन्हैया कृपा धाम का निर्माण होने से अगले वर्ष होने वाले महाकुंभ में आने वाले श्रद्धालुओं को सुविधा मिलेगी। म.म.स्वामी जगदीशदास महाराज ने कहा कि समाज की सेवा करने में संत समाज की हमेशा अग्रणी भूमिका रही है। श्रद्धालु भक्तों के सहयोग से तैयार भवन तीर्थ नगर हरिद्वार में गंगा स्नान व अन्य धार्मिक कार्यो के लिए आने वाले श्रद्धालुओं को लाभ मिलेगा तथा जनसेवा का माध्यम बनेगा। उन्होंने कहा कि संतों के सानिध्य में सत्संग से प्राप्त ज्ञान से जीवन सुखद व सरल बनता है। देवतुल्य संतों के आशीर्वाद के परिवार पर सदैव ईश्वरीय कृपा बनी रहती है। अगले वर्ष विशाल स्तर पर होने वाले महाकुंभ मेल में आने वाले श्रद्धालुओं को सुविधाएं प्रदान करने में संत समाज की अहम भूमिका रहेगी। कुंभ मेले की दिव्यता व भव्यता को लेकर संत महापुरूष लगातार राज्य व केंद्र सरकार से जनसुविधाओं की अपील कर रहा है। म.म.स्वामी स्वामी हरिचेतनानन्द महाराज ने कहा कि संतों का जीवन सदैव ही मानव सेवा के लिए समर्पित रहा है। उन्होंने कहा कि हाल ही में जब वे कोरोना से पीड़ित हुए तो उनका जीवन बचाने में योग व प्राणायाम को आमजन तक पहुंचाने बाबा रामदेव ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। नियमित रूप से योग व प्राणायाम करने से कोरोना जैसी महामारी से बचाव किया जा सकता है। सभी को योग व प्राणायाम को अपनी दिनचर्या में सम्मिलित करना चाहिए। पूर्व पालिका अध्यक्ष सतपाल ब्रह्मचारी ने कहा कि परोपकार के लिए जीवन समर्पित करने वाले संतों के सहयोग से हरिद्वार जैसे विख्यात तीर्थ स्थल पर देश दुनिया से आने वाले लाखों श्रद्धालु भक्तों को सभी सुविधाएं उपलब्ध होती हैं। कार्यक्रम संयोजक महंत कमलदास महाराज ने सभी संत महापुरूषों का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि संत महापुरूषों के आशीर्वाद से तैयार हुआ हरिहर कृपा धाम में देवभूमि की गरिमा के अनुरूप श्रद्धालुओं को आश्रय की सुविधा उपलब्ध करायी जाएगी। मुखिया महंत दुर्गादास महाराज ने कहा कि हमारी भारतीय सनातन परम्पराओं को कायम रखने में संत समाज की अहम भूमिका है। हमारे संत महापुरूषों ने विदेषों मंे भी हमारी भारतीय संस्कृति को बढ़ाने में अहम योगदान दिया है जिसे कभी भुलाया नहीं जा सकता। गुरू ही भगवान का दूसरा स्वरूप कहलाते हैं। जो षिष्य अपने गुरूओं की सच्चे मन से सेवा करते हैं गुरूजन उन पर प्रसन्न होकर उनके अधूरे कार्यो को पूर्ण करते है। कार्यक्रम की अध्यक्षता महंत सुयज्ञ मुनि महाराज ने की। इस दौरान यजमान परिवार की बालिका व मोतीराम महाराज ने बाबा रामदेव का हस्तनिर्मित चित्र भेंट किया तथा यजमान सतीश हरजाई ने फूलमाला पहनाकर व अंगवस्त्र भेंटकर बाबा रामदेव सहित सभी संत महंतों का स्वागत किया। इस अवसर पर मुखिया महंत दुर्गादास, महंत देवानन्द सरस्वती, म.म.स्वामी उमाकांतानन्द सरस्वती, पूर्व पालिका अध्यक्ष सतपाल ब्रह्मचारी, महंत निर्मलदास, महंत दर्शनदास, महंत दामोदर शरण दास, महंत प्रेमदास, म.म.स्वामी सुरेश मुनि, महंत ललितानन्द गिरी, महंत मोहन सिंह, महंत तीरथ सिंह, महंत दुर्गादास, सुमित दास, स्वामी केशवानन्द आदि सहित बड़ी संख्या में संत महापुरूषों के अलावा यजमान दीपक, स्नेह भटनागर, रामकुमार सोलंकी, सविता सोलंकी, विष्णु श्याम, रतनलाल, चरणसिंह, फूलसिंह, अमित गोयल, सुरेश, बाबूराम, पार्षद अनिल मिश्रा, पार्षद अनिरूद्ध भाटी, भाजयुमो नेता विदित शर्मा, आकाश भाटी सहित अनेक गणमान्य लोग उपस्थित रहे।