उत्तराखंड में
देहरादून , 13 जनवरी 2025 : उत्तराखंड में राष्ट्रीय खेल केआयोजन से पहले एक विशेष सत्र का आयोजन किया गया, जिसे उत्तराखंड के खेल सहायक निदेशक, संदीप पौड़ी नेसंचालित किया। इस कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रूप मेंसी.ओ. पूर्णिमा गर्ग और द्रोणाचार्य पुरस्कार विजेता, हंसामनराल उपस्थित रहीं। कार्यक्रम में राज्यभर से कई खेलप्रशिक्षक मौजूद रहे।
सी.ओ. पूर्णिमा गर्ग ने राष्ट्रीय खेल के आयोजन के लिए सभीको बधाई देते हुए खेलों के महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंनेकहा कि खेल न केवल शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य केलिए जरूरी है, बल्कि वह युवाओं को नशे और सोशल मीडियाजैसी बुरी लतों से भी दूर रखते हैं। उन्होंने प्रशिक्षकों को निर्देशदिया कि वे अपने खिलाड़ियों के लिए एक सकारात्मकवातावरण तैयार करें, जिससे खेल शिविर के दौरान, यदि किसीखिलाड़ी को भोजन, आवास या अन्य किसी समस्या का सामनाकरना पड़े तो वह अपने कोच से खुलकर बात कर सके। इसकेसाथ ही, उन्होंने प्रशिक्षकों से कुछ महत्वपूर्ण हेल्पलाइन नंबरसाझा किया और उत्तराखंड पुलिस ऐप डाउनलोड करने कीसलाह दी। जिससे खिलाड़ी और कोच किसी भी समस्या केसमाधान के लिए आसानी से पुलिस को संपर्क कर सकें।
द्रोणाचार्य पुरस्कार विजेता हंसा मनराल ने प्रशिक्षकों कोसंबोधित करते हुए कहा कि अपने ज्ञान को निरंतर बढ़ाना आजकी आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि कोच को अपनी भूमिकाकेवल खेल सिखाने तक सीमित नहीं रखनी चाहिए, बल्कि उन्हेंखिलाड़ियों की क्षमता पहचानने और उन्हें बेहतर बनाने काप्रयास करना चाहिए।
यह सत्र प्रशिक्षकों के कौशल को अधिक विकसित करने केलिए एक सार्थक प्रयास था, जो भविष्य में उत्तराखंड को खेलके क्षेत्र में नई उचाईयों को छूने में मदद करेगा।