हरिद्वार, 4 अक्तूबर। श्री दक्षिण काली मंदिर में आयोजित नवरात्र महोत्सव के अंतर्गत प्रतिदिन मां भगवती की पूजा अर्चना में बड़ी संख्या में श्रद्धालु शामिल होने पहुंच रहे हैं। शुक्रवार को दूसरे नवरात्र पर भी श्रद्धालुओं ने मंदिर पहुंचकर मां दक्षिण काली का दर्शन पूजन किया व निरंजन पीठाधीश्वर आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी कैलाशानंद गिरी महाराज से आशीर्वाद प्राप्त किया। स्वामी नारायण आश्रम के महंत स्वामी हरिवल्लभ दास शास्त्री महाराज ने भी श्री दक्षिण काली मंदिर पहुंचकर मां दक्षिण काली के दर्शन किए। स्वामी कैलाशानंद गिरी महाराज ने शॉल और मां की चुनरी ओढ़ाकर स्वामी हरिवल्लभ दास शास्त्री महाराज का स्वागत किया और कहा कि स्वामी नारायण संप्रदाय विभिन्न सेवा प्रकल्पों के माध्यम से समाज के कमजोर वर्ग की मदद में महत्वपूर्ण योगदान कर रहा है।नवरात्र साधना कर रहे स्वामी कैलाशानंद गिरी महाराज ने मां भगवती से सभी के कल्याण की कामना करते हुए कहा कि मां आदि शक्ति प्रकृति के कण-कण में विद्यमान है। नवरात्रों में मां आदि शक्ति के ही विभिन्न स्वरूपों की पूजा की जाती है। मां आदि शक्ति अपने भक्तों के सभी संकटों का निवारण करती है। काली के रूप में काल और अंहकार का नाश करती है। सरस्वती के रूप में साधक को ज्ञान प्रदान करती है। लक्ष्मी के रूप में अपने भक्तों को धन संपदा प्रदान करती है। मां जगदंबा सभी स्वरूपों में अपने भक्तों का कल्याण करती है। उन्होंने कहा कि नवरात्र मां आदि शक्ति को प्रसन्न कर उनकी कृपा प्राप्त करने का सबसे उत्तम अवसर हैं। सभी को नौ दिनों तक मां भगवती के विभिन्न स्वरूपों की पूजा अर्चना करनी चाहिए। प्रथम पूज्य भगवान गणेश और मां लक्ष्मी की पूजा के बिना कोई भी अनुष्ठान पूर्ण नहीं होता है। इसलिए मां दुर्गा के साथ भगवान गणेश और मां लक्ष्मी की आराधना भी अवश्य करनी चाहिए। इस अवसर पर स्वामी सत्यव्रतानंद, कथा वाचक स्वामी आनन्द महाराज, स्वामी अंवतिकानंद ब्रह्मचारी, बालमुकुन्दानन्द ब्रह्मचारी, आचार्य पवनदत्त मिश्रा, आचार्य प्रमोद पांडे, स्वामी कृष्णानंद ब्रह्मचारी सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालु भक्त मौजूद रहे।