हरिद्वार, 3 अगस्त। निरंजन पीठाधीश्वर आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी कैलाशानंद गिरी महाराज ने कहा कि सृजन और संहार के अधिपति भगवान शिव सृष्टि के सर्वशक्तिमान और कल्याणकारी देव हैं। भगवान विष्णु के क्षीर सागर में शयन के लिए चले जाने के बाद भगवान शिव पूरे सावन कनखल स्थित श्री दक्ष महादेव मंदिर में विराजमान रहकर सृष्टि का संचालन करते हैं। श्री दक्षिण काली मंदिर प्रांगण में पूरे सावन माह चलने वाली विशेष शिव साधना के दौरान श्रद्धालु भक्तों को संबोधित करते हुए स्वामी कैलाशानंद गिरी महाराज ने कहा कि सावन में की जाने वाली भगवान शिव की आराधना से समस्त विकार दूर हो जाते हैं और अंर्तमन पवित्र हो जाता है। उन्होंने कहा कि सावन में प्रतिदिन शिवलिंग पर जलाभिषेक करें। जलाभिषेक के दौरान माता पार्वती की आराधना भी अवश्य करें। इससे भगवान शिव अत्यन्त प्रसन्न होते हैं और साधक को शिव शक्ति दोनों का आशीर्वाद और कृपा प्राप्त होती है। जिससे कल्याण का मार्ग प्रशस्त होता है। श्री दक्षिण काली मंदिर में भगवान शिव और माता भगवती साक्षात रूप से विराजमान है। श्रद्धापूर्वक शिव शक्ति की आराधना करने से अक्षय पुण्य फल की प्राप्ति होती है। स्वामी कैलाशानंद गिरी महाराज के शिष्य स्वामी अवंतिकानंद ब्रह्मचारी ने कहा कि गुरूदेव की विशेष शिव साधना से विश्व शांति का मार्ग प्रशस्त होगा और उत्तराखंड तेजी से विकास के पथ पर अग्रसर होगा।