हरिद्वार, 28 मार्च। ब्रह्मलीन चक्रवर्ती महामंडलेश्वर उषा माता महाराज द्वारा स्थापित जय मां मिशन का 41वां स्थापना दिवस जय मां मिशन की अध्यक्ष साध्वी शरण ज्योति मां के संयोजन में श्रवणनाथ नगर स्थित जय मां आश्रम में संत महापुरूषों के सानिध्य में धूमधाम से मनाया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद अध्यक्ष श्री पंचायती अखाड़ा महानिर्वाणी के सचिव श्रीमहंत रविंद्रपुरी महाराज ने कहा कि ब्रह्मलीन चक्रवर्ती महामंडलेश्वर उषा माता महाराज संत समाज की दिव्य विभूति थी। उनके द्वारा स्थापित जय मां मिशन सेवा का बड़ा केंद्र है। ब्रह्मलीन उषा माता महाराज के परम शिष्य महामंडलेश्वर स्वामी महादेव महाराज ने जिस प्रकार जय मां मिशन को पूरे देश में आगे बढ़ाया। वह सभी के लिए अनुकरणीय है। महामंडलेश्वर स्वामी ललितानंद गिरी महाराज ने कहा कि शरण ज्योति मां के नेतृत्व में धर्म संस्कृति के प्रचार प्रसार एवं मानव सेवा में जय मां मिशन उल्लेखनीय योगदान कर रहा है। सभी को इससे प्रेरणा लेनी चाहिए। स्वामी रविदेव शास्त्री एवं स्वामी ऋषिश्वरानंद ने कहा कि ब्रह्मलीन चक्रवर्ती महामंडलेश्वर उषा माता महाराज एवं उनके शिष्य ब्रह्मलीन महामंडलेश्वर स्वामी महादेव महाराज संत समाज के प्रेरणा स्रोत थे। उनके विचार और कार्य सदैव सभी को प्रेरणा देते रहेंगे। जय मां मिशन की अध्यक्ष साध्वी शरण ज्योति मां एवं साध्वी जीवन ज्योति मां ने सभी संत महापुरूषों का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि ब्रह्मलीन महामंडलेश्वर स्वामी महादेव महाराज के दिखाए मार्ग पर चलते हुए ब्रह्मलीन चक्रवर्ती महामंडलेश्वर उषा माता महाराज द्वारा मानव कल्याण सेवा के लिए स्थापित किए गए जय मां मिशन की सेवा संस्कृति का विस्तार करना ही उनके जीवन का मुख्य उद्देश्य है। इस दौरान अमेरिका से आए जय मां प्रेमी सत्यप्रकाश, राजरानी, राधेश्याम, अनिता, अभय कुमार ने सभी संत महापुरूषों का फूलमाला पहनाकर स्वागत किया। इस अवसर पर साध्वी पूजा ज्योति मां, बाबा हठयोगी, स्वामी हर्षवर्द्धन, स्वामी रविदेव शास्त्री, स्वामी ऋषिश्वरानंद, स्वामी सुतिक्ष्ण मुनि, स्वामी दिनेश दास, स्वामी किरण गिरी, स्वामी विशाल गिरी, जगदीश चावला सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालु भक्त मौजूद रहे।