हरिद्वार, 21 अप्रैल। निरंजनी अखाड़े के आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी कैलाशानंद गिरी महाराज ने चारधाम यात्रा शुरू होने पर श्रद्धालुओं को मंगलमय यात्रा की शुभकामनाएं दी। श्रद्धालुओं को शुभकामनाएं देते हुए स्वामी कैलाशानंद गिरी महाराज ने कहा कि सरकार चारधाम यात्रा को सकुशल व सुखद संपन्न कराने के लिए पूरी तरह तत्पर है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी स्वयं यात्रा तैयारियों की माॅनिटरिंग कर रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा है कि यात्रा पर आने वाला कोई भी श्रद्धालु बिना दर्शन किए वापस नहीं लौटेगा। सभी को दर्शन अवश्य कराए जाएंगे। मुख्यमंत्री ने इसके लिए अधिकारियों को निर्देश भी जारी किए हैं। स्वामी कैलाशानंद गिरी महाराज ने कहा कि देवभूमि उत्तराखंड में स्थित श्री बद्रीनाथ, श्री केदारनाथ, यमुमोत्री व गंगोत्री धाम देश विदेश के लिए करोड़ों श्रद्धालुओं की आस्था का केंद्र हैं। प्रतिवर्ष करोड़ों लोग चारों धाम के दर्शन के लिए उत्तराखंड आते हैं। चारधाम यात्रा आस्था के साथ उत्तराखंड की आर्थिकी का भी प्रमुख स्रोत है। सभी को यात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओं का स्वागत करना चाहिए और अतिथी देवो भवः की भावना के साथ उनसे व्यवहार करना चाहिए। चारधाम यात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओं से देवभूमि उत्तराखंड की गरिमा का सम्मान करने की अपील करते हुए उन्होंने कहा कि देवभूमि उत्तराखंड से प्रसारित होने वाले आध्यात्मिक संदेशों से पूरे विश्व को मार्गदर्शन मिलता है। ऐसे में यात्रा करने के दौरान सभी को धर्मानुकुल आचरण करना चाहिए। साथ ही गंगा की निर्मलता और अवरिलता के प्रति भी सचेत रहना चाहिए। अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद एवं मनसा देवी मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष श्रीमहंत रविन्द्रपुरी महाराज ने यात्रा पर रवाना हुए श्रद्धालुओं को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि हरिद्वार चारधाम यात्रा का मुख्य द्वार है। बद्रीनाथ में मां लक्ष्मी के साथ साक्षात विराजमान भगवान विष्णु एवं केदारनाथ में माता पार्वती के साथ विराजमान भगवान शिव अपने भक्तों की सभी इच्छाएं पूर्ण करते हैं।