हरिद्वार, 14 अप्रैल। निरंजनी अखाड़े के आचार्य महामण्डलेश्वर स्वामी कैलाशानंद गिरी महाराज ने कहा कि वैशाखी पर्व पर गंगा में स्नान करने का विशेष महत्व है। बैशाखी पर गंगा स्नान कर दान पुण्य करने से विशेष ईश्वरीय कृपा प्राप्ती है। सभी को बैशाखी की बधाई देते हुए स्वामी कैलाशानंद गिरी महाराज ने कहा कि राजा भगीरथ की कठोर तपस्या के बाद धरती पर अवतरित हुई मां गंगा निरंतर मानव कल्याण कर रही है। गंगा जल में स्नान व दर्शन करने मात्र से ही पापों से निवृत्ति और पुण्य की प्राप्ति होती है। उन्होंने कहा कि भारत पर्वो का देश है। जिनमें बैशाखी पर्व का अपना एक विशेष महत्व है। यह पर्व जहां सिख धर्म की स्थापना से जुड़ा है। वहीं इस दिन गंगा स्नान का भी विशेष महत्व है। विशाखा नक्षत्र में मनाए जाने वाले बैशाखी पर्व पर गंगा स्नान करने से मोक्ष की प्राप्ति होती है। इसलिए सभी को गंगा स्नान अवश्य करना चाहिए। जो श्रद्धालु किसी कारणवश हरिद्वार नहीं आ सकते हैं। वह घर पर ही सामान्य जल में गंगा जल मिलाकर स्नान करें। ऐसा करने से भी उन्हें मां गंगा की कृपा अवश्य प्राप्त होगी। उन्होंने कहा कि श्रद्धालुओं को गंगा स्नान करने के साथ गंगा की पवित्रता, निर्मलता और अविरलता के प्रति भी सचेत रहना चाहिए। गंगा में किसी भी प्रकार की गंदगी, प्लास्टिक, पुराने कपड़े, खाने पीने की चीजें नहीं फेंके। दूसरों को भी गंगा स्वच्छता के प्रति जागरूक करें। इस अवसर पर स्वामी अवंतिकानंद ब्रह्मचारी, लाल बाबा, प्रमोद पांडे, बाल मुकुंदानंद ब्रह्मचारी आदि मौजूद रहे।