हरिद्वार समाचार- अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीमहंत नरेंद्र गिरि महाराज, मां मनसा देवी मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष श्रीमहंत रविंद्रपुरी महाराज एवं निरंजनी अखाड़े के आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी कैलाशानंद गिरी महाराज ने केंद्रीय कैबिनेट मंत्री डा.रमेश पोखरियाल निशंक, मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत एवं राज्यपाल महामहिम बेबी रानी मौर्य को 14 तारीख को होने वाले स्वामी कैलाशानंद गिरी महाराज के पट्टाभिषेक कार्यक्रम में सम्मिलित होने का निमंत्रण दिया। इस दौरान श्रीमहंत नरेंद्र गिरी महाराज ने कहा कि धर्म सत्ता एवं राजसत्ता के समन्वय से ही देश उन्नति कर सकता है। निरंजनी अखाड़े को आचार्य महामंडलेश्वर के रूप में स्वामी कैलाशानंद गिरी महाराज जैसे विद्वान संत का नेतृत्व प्राप्त हो रहा है। यह श्री पंचायती अखाड़ा निरंजनी के लिए सौभाग्य की बात है। स्वामी कैलाशानंद गिरि महाराज के नेतृत्व में अखाड़ा सनातन धर्म के संरक्षण, संवर्धन में और अधिक अपना योगदान प्रदान करेगा। मुख्यमंत्री से कुंभ मेले की व्यवस्थाओं पर चर्चा करते हुए श्रीमहंत नरेंद्र गिरी महाराज ने कहा कि कुंभ की तैयारियां अभी अधूरी हैं। इसके लिए लिए मेलाधिकारियों को निर्देशित किया जाए। मेला कमरों में नहीं बल्कि परंपरागत रूप से दिव्य और भव्य रूप में होगा। देश भर से सभी तेरह अखाड़ों के संत हरिद्वार आएंगे। जिनके निवास के लिए शिविर लगाए जाएंगे। महामण्डलेश्वर नगर बसाया जाएगा। लेकिन मेला प्रशासन कह रहा है कि इसके लिए उन्हें सरकार से अभी तक निर्देश प्राप्त नहीं हुए हैं। श्रीमहंत नरेंद्र गिरी महाराज ने मुख्यमंत्री से मांग करते हुए कहा कि मेला प्रशासन के अधिकारियों को अखाड़ों में जाकर सभी व्यवस्थाएं पूरी करने, शिविर स्थापना के लिए जरूरी व्यवस्थाएं करने तथा पेशवाई मार्गो का निरीक्षण करने के लिए निर्देशित करें। जिससे समय से सभी व्यवस्थाएं पूरी हो सकें। श्रीमहंत नरेंद्र गिरी महाराज ने बताया कि मुख्यमंत्री ने इस पर सकारात्मक कदम उठाने का आश्वासन दिया है। आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी कैलाशानंद गिरी महाराज ने कहा कि जो दायित्व अखाड़े द्वारा उन्हें सौंपा गया है। उसका वह पूरी निष्ठा के साथ निर्वहन करते हुए भारत ही नहीं अपितु संपूर्ण विश्व में सनातन धर्म एवं भारतीय संस्कृति का प्रचार प्रसार करेंगे। भावी पीढ़ी को संस्कारवान बनाकर धर्म के मार्ग पर अग्रसर करना उनका मुख्य उद्देश्य होगा। मां मनसा देवी मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष एवं निरंजनी अखाड़े के सचिव श्रीमहंत रविंद्रपुरी महाराज ने कहा कि विद्वान महापुरुष को ही अखाड़े द्वारा आचार्य महामंडलेश्वर की पदवी दी जाती है। आशा है कि स्वामी कैलाशानंद गिरी महाराज संत महापुरुषों की सेवा करते हुए राष्ट्र कल्याण में अपनी सहभागिता सुनिश्चित करेंगे और अखाड़े की परंपराओं का निर्वहन करते हुए धर्म एवं संस्कृति के संरक्षण को हमेशा तत्पर रहेंगे। श्रीमहंत नरेंद्र गिरी महाराज ने बताया कि राज्यपाल, मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत व केंद्रीय मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने निमंत्रण स्वीकार कर समारोह में सम्मिलित होने का आश्वासन दिया है। श्री पंचायती अखाड़ा निरंजनी के सचिव श्रीमहंत रामरतन गिरी महाराज ने पट्टाभिषेक समारोह की जानकारी देते हुए बताया कि समारोह की सभी तैयारियां पूरी कर ली गयी हैं। आचार्य महामण्डलेश्वर स्वामी कैलाशानंद गिरी महाराज 14 जनवरी को शोभायात्रा के रूप में श्री दक्षिण काली मंदिर से निरंजनी अखाड़ें पहुंचेंगे तथा 15 जनवरी को अखाड़े के संतों के साथ हरकी पैड़ी पर पूजा अर्चना करेंगे।