हरिद्वार: आयुक्त गढ़वाल मण्डल श्री सुशील कुमार ने शुक्रवार को ज्वाइण्ट मजिस्ट्रेट/तहसील रूड़की तथा परिसर मंे स्थित कार्यालयों का निरीक्षण करने के पश्चात राजस्व कार्यों की समीक्षा की।
श्री सुशील कुमार आयुक्त गढ़वाल ने निरीक्षण व समीक्षा के दौरान रजिस्ट्री की प्रक्रिया, नक्शे व सजरे, फैमिली पार्टिशन, लेखपाल व कानूनगो के पास लम्बित प्रकरण, आवासीय एवं कृषि भूमि पट्टों का आवंटन, मत्स्य तालाबों का आवंटन, स्टाम्प शुल्क, फाइलों के निस्तारण की स्थिति, सेल डीड, खसरा-खतौनी, चकबन्दी आदि के सम्बन्ध में अधिकारियों से विस्तार से जानकारी ली।
गढ़वाल आयुक्त ने निरीक्षण के दौरान तहसील परिसर की सड़कों की मरम्मत करने के निर्देश अधिकारियों को दिये। उन्होंने कोर्ट परिसर की व्यवस्थाओं का जायजा लिया तथा अधिकारियों से जानकारी ली कि किस-किस दिन कोर्ट का आयोजन होता है। तत्पश्चात मण्डलायुक्त तहसील के मार्डन रिकार्ड रूम पहुंचे, जहां उन्होंने रूड़की, मंगलौर तथा भगवानपुर के रिकार्ड के सम्बन्ध में विस्तृत जानकारी-कुल कितने गांव हैं, रूड़की, मंगलौर तथा भगवानपुर के कितने-कितने गांव हैं, कितने में चकबन्दी चल रही है आदि के सम्बन्ध में पूछा तथा मंगलौर के गांव का रिकार्ड तलब किया, उसकी सूची के बारे में पूछा तथा खसरा-खतौनी किस वर्ष की है, उसकी जांच की। तत्पश्चात अद्यतन खसरा-खतौनी मंगाकर उसकी भी गहन जांच की। इस पर अधिकारियों ने बताया कि हम रिकार्ड को काफी व्यवस्थित ढंग से रखने में पूरा ध्यान देते हैं।
श्री सुशील कुमार ने अधिकारियों को निर्देश दिये कि वे राजस्व कर्मचारियों की बैठकें सप्ताह या 15 दिन में आयोजित करना सुनिश्चित करें ताकि राजस्व से सम्बन्धित जो भी प्रकरण हैं, उनका त्वरित गति से निस्तारण किया जा सके। इसके बाद उन्होंने प्रशासनिक कार्यालय का निरीक्षण किया और वहां तैनात अधिकारियों/कर्मचारियों से आर0सी0 के सम्बन्ध में जानकारी ली तथा निर्देश दिये कि कार्यालय में कोई भी आर0सी0 लम्बित नहीं रहनी चाहिये।
आयुक्त गढ़वाल मण्डल ने निरीक्षण के पश्चात समीक्षा बैठक में गांवों में चकबन्दी तथा भू-अभिलेखों का डिजिटलाइजेशन के सम्बन्ध में जानकारी ली तथा अधिकारियों को निर्देश दिये कि भू-अभिलेखों तथा चकबन्दी का आधारभूत डाॅटा कम्प्यूटराइज्ड होना बहुत जरूरी है। उन्होंने तहसील में कुल कितने पद हैं, कितने पद रिक्त चल रहे हैं तथा कितने पद भरे हैं, जो पद रिक्त चल रहे हैं, उनको भरने की क्या कार्रवाई चल रही तथा जहां पर उच्च स्तर पर स्वीकृति लेने की आवश्यकता है, उनकी स्वीकृति लेकर आवश्यक कार्रवाई करने के निर्देश अधिकारियों को दिये।
श्री सुशील कुमार ने समीक्षा बैठक में व्यापार कर, आबकारी, स्टाम्प शुल्क, विविध वसूली आदि के सम्बन्ध में अधिकारियों से जानकारी ली तथा निर्देश दिये कि राजस्व की वसूली में कहीं पर भी ढिलाई बर्दाश्त नहीं की जायेगी। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिये कि भू-आवंटन पट्टे तथा मत्स्य के पट्टे नियमावली में जो पात्रता की प्राथमिकता निर्धारित की गयी है, उस अनुसार देना सुनिश्चित करें। उन्होंने बैठक में अविवादित विरासत के मामलों की भी जानकारी ली तथा अविवादित विरासत के मामलों के निस्तारण की धीमी प्रगति पर नाराजगी प्रकट की तथा अधिकारियों को निर्देश दिये कि अविवादित विरासत के मामलों का निस्तारण अभियान चलाकर करना सुनिश्चित करें।
बैठक में मण्डलायुक्त श्री सुशील कुमार ने आसामी पट्टे, आदेशों की तामीली, कैश चेस्ट, परिवार रजिस्टर, म्यूटेशन की प्रक्रिया, फैमिली पार्टिशन, लेखपाल व कानूनगो के पास लम्बित प्रकरण, फाइलों के निस्तारण की स्थिति, अपनी सरकार पोर्टल, सेवा का अधिकार-आय प्रमाण पत्र, जाति प्रमाण पत्र, निवास प्रमाण पत्र आदि के सम्बन्ध में गहन समीक्षा की तथा अधिकारियों को इस सम्बन्ध में दिशा-निर्देश दिये। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिये कि आम जनता से सम्बन्धित जितने भी मामले हैं, उन पर पूरा ध्यान देते हुये, उनका निस्तारण त्वरित गति से करना सुनिश्चित करें तथा आम जन मानस का कोई भी कार्य हो, उसमें ढिलाई बर्दाश्त नहीं की जायेगी।
आयुक्त गढ़वाल मण्डल श्री सुशील कुमार का रूड़की तहसील परिसर पहुंचने पर भव्य स्वागत व अभिनन्दन किया गया। इसके अतिरिक्त एडवोकेट एसोसिएशन ने भी आयुक्त गढ़वाल मण्डल का बुके तथा प्रतीक चिह्न भेंटकर भव्य स्वागत व अभिनन्दन किया।
इस अवसर पर जिलाधिकारी श्री विनय शंकर पाण्डेय, ज्वाइण्ट मजिस्ट्रेट रूड़की श्री अभिनव शाह, एस0पी0 देहात श्री एस0 के0 सिंह, एमएनए श्री विजयनाथ शुक्ल, मुख्य वैयक्तिक अधिकारी आयुक्त गढ़वाल मण्डल श्री दिनकर पन्त, उप रजिस्ट्रार, सीओ रूड़की सुश्री पल्लवी, सीओ मंगलौर श्री पंकज गैरोला, तहसीलदार सुश्री शालिनी मौर्य सहित सम्बन्धित अधिकारीगण उपस्थित थे।