हरिद्वार, 14 फरवरी। मिस्सरपुर स्थित सिद्धेश्वर महादेव मंदिर के वार्षिकोत्सव के अवसर पर आयोजित संत समागम के दौरान श्रद्धालु भक्तों को संबोधित करते हुए अखिल भारतीय अखाड़़ा परिषद अध्यक्ष एवं श्री पंचायती अखाड़ा महानिर्वाणी के सचिव श्रीमहंत रविन्द्रपुरी महाराज ने कहा कि संत महापुरूषों ने समाज का मार्गदर्शन करने के साथ देश को एकता के सूत्र में बांधने में सदैव अहम भूमिका निभायी है। संतों के सानिध्य में आने वाले भक्त का कल्याण अवश्य होता है। उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड देवभूमि और हरिद्वार संतों की नगरी है। संतों द्वारा हरिद्वार से प्रसारित आध्यात्मिक संदेशों से पूरी दुनिया को मार्गदर्शन प्राप्त होता है। सभी को धर्म व अध्यात्म के मार्ग पर चलते हुए मानव कल्याण में योगदान करना चाहिए। मंदिर के परमाध्यक्ष महंत विनोद गिरी महाराज ने कहा कि निर्मल जल के समान जीवन व्यतीत करने वाले संत महापुरूषों ने सदैव देश व समाज को नई दिशा प्रदान की है। उन्होंने कहा कि स्वयं भू शिवलिंग सिद्धेश्वर महादेव मंदिर में दर्शन व पूजन के लिए आने वाले भक्तों की सभी मनोकामनाएं भगवान शिव पूरी करते हैं। भगवान शिव की कृपा से कष्टों से मुक्ति मिलती है और परिवार में सुख समृद्धि का वास होता है। महंत सूर्यमोहन गिरी व स्वामी कृष्णानंद ने फूलमाला पहनाकर संत महापुरूषों का स्वागत किया। इस अवसर पर श्रीमहंत रामरतन गिरी, महंत सत्यम गिरी, महंत अखिलेश भारती, महंत मनसापुरी, महंत सूर्यमोहन गिरी, स्वामी कृष्णानन्द, महंत अरूण दास, महंत जसविन्दर सिंह, महंत जरनैल सिंह, महंत गुरमीत सिंह, महंत रघुवीर दास, महंत सूरज दास, महंत बिहारी शरण, स्वामी चिदविलासानंद, महंत अकित शरण सहित अनेक संत महापुरूष मौजूद रहे। देश को एकता के