हरिद्वार 03.10.2022। दुर्गा अष्टमी के पावन पर्व पर भूपतवाला स्थित साधु बेला आश्रम में साधु बेला पीठाधीश्वर आचार्य स्वामी गौरीशंकर दास महाराज द्वारा 101 कन्याओं का पूजन कर उनसे आशीर्वाद प्राप्त किया गया। इस दौरान उपस्थित श्रद्धालु भक्तों को संबोधित करते हुए आचार्य स्वामी गौरीशंकर दास महाराज ने कहा कि नवरात्र में कन्या और बटुक की पूजा से देवी दुर्गा अत्यंत प्रसन्न होती है। और अपने साधक को मनोवांछित फल प्रदान करती है। क्योंकि बाल रूपी कन्या मां भगवती का ही स्वरूप है और देवी दुर्गा के नौ रूपों का प्रतिनिधित्व करती है। कन्याओं को सृजन की प्राकृतिक शक्ति की अभिव्यक्ति माना जाता है। और कन्या पूजन से व्यक्ति धन-धान्य से परि-पूर्ण रहता है। और उसके परिवार में सुख समृद्धि का वास होता है। हमें समाज में फैले बालक-बालिकाओं का भेद मिटाकर कन्याओं के संरक्षण के प्रति समाज को जागृत करना चाहिए। कन्या स्वयं मां भगवती का स्वरूप है और एक मां और बहन एवं पत्नी के रूप में समाज की संचालिका है। जिनके बगैर पृथ्वी पर जीवन की कल्पना भी नहीं की जा सकती। इसलिए सभी को बालिकाओं के प्रति अपनी दृष्टि सकारात्मक करने की आवश्यकता है। आचार्य स्वामी गौरीशंकर दास महाराज ने कहा कि नवरात्र में मां की विशेष कृपा साधकों पर बरसती है। मां भगवती करुणा का सागर है और अपने भक्तों का संरक्षण पर उन्हें हर सुख संपदा प्रदान करती है। इसलिए नवरात्र में की गई मां की उपासना सहस्त्र गुना पुण्य फलदायी होती है। इस अवसर पर महंत बलराम मुनि, गोपाल दत्त पुनेठा, विष्णु दत्त पुनेठा, सुनील कुमार सहित कई श्रद्धालु भक्त उपस्थित रहे।