दिनांकः 28 दिसम्बर, 2024 देहरादून 

उत्तराखण्ड राज्य में शीततकाल में विभिन्न जिलों में अत्यधिक वर्षा तथा पर्वतीय क्षेत्रों में बर्फबारी से बाधित विद्युत आपूर्ति की स्थिति को सामान्य बनाये रखने हेतु यूपीसीएल की क्षेत्रीय इकाईयां प्रबन्ध निदेशक  के निर्देषों के अनुपालन में युद्धस्तर पर कार्य कर रही है इस हेतु पल-पल की विद्युत आपूर्ति की उपलब्धता पर नजर रखने के लिये मुख्यालय में निदेशक (परिचालन) कार्यालय में कन्ट्रोल रूम बनाया गया है तथा क्षेत्रीय समस्त मुख्य अभियन्ताओं द्वारा प्रबन्ध निदेशक  को विद्युत आपूर्ति की स्थिति की जानकारी दी जा रही है। इसी अनुक्रम एवं प्रबन्ध निदेशक  के निर्देशों के अनुपालन में यूपीसीएल क्षेत्रीय इकाईयों द्वारा राज्य में बीते रात खराब मौसम होने से विभिन्न स्थानों पर बाधित विद्युत आपूर्ति को न्यूनतम समय अन्तराल में सुचारू किया गया है तथा प्रबन्ध निदेशक द्वारा आगे भी किसी भी प्रकार की विद्युत व्यवधान होने जैसे स्थिति के निवारण हेतु सभी इकाईयांे को हाई अलर्ट मोड में तैनात रहने के निर्देशक निर्गत किये गये हैं साथ ही राज्य के बिजली उपभोक्ता अपने क्षेत्र में बिजली सम्बन्धित किसी भी प्रकार के व्यवधान हेतु नजदीकी बिजलीघर अथवा केन्द्रीयकृत कॉल सेन्टर (1912) पर सम्पर्क कर सकते हैं। इसके अतिरिक्त शीततकाल में आने वाले तीर्थयात्रियों/पर्यटकांे की सुविधा हेतु प्रबन्ध निदेषक महोदय द्वारा मुख्य तीर्थाटन एवं पर्यटन स्थलों यथा मसूरी, औली, लैंसडाउन, जोषीमठ, धनौल्टी, ऋशिकेष, हरिद्वार, चमोली, चकराता, राजाजी नेषनल पार्क, टिहरी, देवप्रयाग, चंबा, हर्शिल इत्यादि के साथ-साथ चारों धामों के षीतकालीन पूजा स्थलों में सुचारू विद्युत आपूर्ति सुनिष्चित करने हेतु सभी क्षेत्रीय इकाईयों को आवष्यक दिषा निर्देष निर्गत किये गये। यूपीसीएल सभी पर्यटकों तथा सम्मानित उपभोक्ताओं को विद्युत सम्बन्धी किसी भी प्रकार की समस्या का सामना न करना पडे़ हेतु सभी अधिकारियों से सम्बन्धित सभी उपसंस्थानों, एच0टी0/एल0टी0 लाइनों तथा स्ट्रीट लाईटों की स्थिति का नित्य प्रतिदिन अनुश्रवण किया जा रहा है तथा आकस्मिक स्थिति हेतु सभी स्थलों में सामग्री यथा कन्डक्टर, केबिल, पोल, ट्रांसफार्मर की व्यवस्था भी सुनिष्चित की जा रही है जिससे विद्युत व्यवधान होने पर न्यूनतम समय अवधि में विद्युत आपूर्ति सुचारू की जा सके। क्षेत्रीय सभी अधीक्षण अभियन्ताओं/अधिषासी अभियन्ताओं को अपने क्षेत्रान्तर्गत आने वाले 33/11 के0वी0 उपसंस्थानों एवं उनसे निकलने वाले 11 के0वी0 फीडरों का निरीक्षण करने तथा बेहतर विद्युत आपूर्ति हेतु लाईनों के बीच में आ रहे पेड़ों एवं टहनियों की लोपिंग-चोपिंग समय से कराने तथा समस्त ट्राली परिवर्तकों की उपलब्धता कार्यषील स्थिति में रहे एवं किसी भी आकस्मिकता के लिये उपलब्ध रहें को सुनिष्चित किये जाने हेतु भी निर्देषित किया गया है।

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