देहरादून
मुख्यमंत्री के निर्णायक नेतृत्व व मार्गदर्शन में यूपीसीएल प्रदेश भर में भारत
सरकार की महत्वकांक्षी योजना आर0डी0एस0एस0 के अन्तर्गत स्मार्ट मीटर की स्थापना के कार्य किये जा रहे हैं।
इस योजना के तहत प्रदेश के 15.87 लाख उपभोक्ताओं के लिये स्मार्ट मीटर की स्थापना तथा म्दमतहल
।बबवनदजपदह को बेहतर बनाने के लिये 59212 वितरण परिवर्तक एवं 2602 पोशकों पर स्मार्ट मीटर्स लगाये जा रहे
हैं। प्रबन्ध निदेशक द्वारा इस योजना के सफल क्रियान्वयन हेतु कार्यदायी संस्था तथा सभी क्षेत्रीय अधिकारियों को
स्मार्ट मीटर प्रणाली की स्थापना में तेजी लाने के लिये आवश्यक दिशा निर्देश निर्गत किये गये हैं तथा उद्योगों,
उपभोक्ताओं द्वारा बढ़चढ़कर इस योजना में प्रतिभाग किया जा रहा है। इसी क्रम मंे यूपीसीएल टीम द्वारा आज
दिनांक 14 फरवरी, 2025 को मुख्य सचिव, उत्तराखण्ड शासन, श्रीमती राधा रतूडी के जाखन,
राजपुर रोड़ स्थित आवासीय परिसर में भी स्मार्ट मीटर की स्थापना की गई है। इस पहल से प्रदेश के सम्मानित
विद्युत उपभोक्ताओं को अपने घरांे पर यह अत्याधुनिक स्मार्ट मीटर लगाने हेतु प्रेरित करेगा। बता दें कि पूर्व में भी
श्री आर0 मीनाक्षी सुन्दरम, सचिव (ऊर्जा) के मोहित नगर स्थित आवासीय परिसर, प्रबन्ध निदेशक
के ऊर्जा भवन स्थित कैम्प कार्यालय आवास व अन्य विभागीय अधिकारियों
/कर्मचारिया
ंे के आवास में
भी
स्मार्ट मीटर की स्थापना की जा चुकी है। प्रबन्ध निदेशक , यूपीसीएल के निर्देशो के अनुक्रम में स्मार्ट मीटर की
स्थापना तीनों निगमों
के विभागीय अधिकारियों
/कर्मचारियों
के आवास व अन्य सरकारी विभागो
ं
तथा सम्मानित
उपभोक्तागणों के घरों पर चरणबद्ध तरीके सें की जा रही है। प्रबन्ध निदेशक, यूपीसीएल द्वारा राज्य के सभी विद्युत
उपभोक्ताओं व सरकारी कार्यालय एवं अधिकारियों को यह नवीन तकनीक पर आधारित अत्याधुनिक स्मार्ट मीटर को
अपनाने हेतु अनुरोध किया गया है क्योंकि स्मार्ट मीटर एक ऐसा आधुनिक बिजली मीटर है जिसका नियंत्रण
उपभोक्ताओं
के हाथ में
होगा। साथ ही उपभोक्ता न्यूनतम 100 रू0 के रिचार्ज से भी अपनी बिजली चालू कर
सकेंगे। विद्युत उपभोक्ताओं को स्मार्ट मीटर से बिजली खपत से जुड़ी सूचनाओं की ऑनलाईन उपलब्धता, पल-पल
के बिजली के उपयोग की जानकारी, सभी जरूरी सूचनाओं के संदेश , गलत बिजली बिल के झंझट से छूटकारा
तथा सोलर उपभोक्ताओं
को इसी मीटर को नेट मीटर में
बदलने की सुविधा इत्यादि सहित आसानी से भुगतान के
कई विकल्प उपलब्ध हों
गे। इसके अतिरिक्त स्मार्ट मीटर के धरातल पर उतरने से प्रदेश भर मे
ं बिजली चोरी में
गिरावट और क्षेत्र में बिजली की आपूर्ति में सुधार जैसे अन्य फायदे भी होंगे।
ं
प्रबन्ध निदेशक द्वारा इस योजना को धरातल पर उतारने हेतु कार्यदायी स
स्था तथा सभी क्षेत्रीय अधिकारियों
को भी
आवश्यक दिशा निर्देश दिये गये तथा अवगत कराया गया कि स्मार्ट मीटर प्रणाली की स्थापना का यह कदम न
केवल वर्तमान चुनौतियों
का समाधान करेगा, बल्कि भविश्य में
ऊर्जा प्रबन्धन के तरीकों
में
भी सु
धार लायेगा। यह
पहल उपभोक्ताओं को बिजली उपयोग के प्रति जागरूक बनायेगी तथा उन्हें बेहतर सेवायें प्रदान करने में