हरिद्वार, 22 जून। अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर कनखल स्थित मैजेस्टिक योगा स्टूडियो द्वारा दो दिवसीय विशेष योग अभ्यास कार्यक्रम का आयोजन किया गया। योगाचार्य सौरभ विश्व ने कार्यक्रम में शामिल हुए लोगों को योग आसनों व प्राणायाम का अभ्यास कराया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथी महंत गोविंददास महाराज, डा.संध्या शर्मा, उद्योगपति तोष जैन, मोनिका जैन, समीक्षा शर्मा आदि ने सभी को योग दिवस की शुभकामनाएं दी। श्री पंचायती अखाड़ा बड़ा उदासीन के कारोबारी महंत योगाचार्य गोविंद दास महाराज ने कहा कि भारत के प्राचीन ऋषि मुनियों द्वारा प्रतिपादित योग विश्व को सदैव स्वस्थ रहने के लिए दी गयी एक सौगात है। उन्होंने कहा कि नियमित रूप से योग आसनों, प्राणायाम का अभ्यास व ध्यान साधना करने से व्यक्ति सदैव निरोगी रहता है। सभी को योग को अपनी दिनचर्या में शामिल करना चाहिए। मोनिका जैन ने कहा कि योग भारत की प्राचीन धरोहर है। योग मन को शांत और स्थिर रखता है। यदि नियमित रूप से योग, ध्यान और प्राणायाम का अभ्यास किया जाए तो जीवन में अनेक सकारात्मक बदलाव आते हैं। योग के अनेक लाभकारी परिणामों के चलते पूरी दुनिया में लोग योग को अपना रहे हैं। डा.संध्या शर्मा ने कहा कि दुनिया को योग के महत्व से परिचित कराने के लिए 21 जून को विश्व योग दिवस मनाने की शुरूआत की गयी। नियमित रूप से योग अभ्यास करने से कई असाध्य रोगों से छुटकारा पाया जा सकता है। उद्योगपति तोष जैन ने कहा कि योग शरीर को निरोगी बनाने में सहायता करता है। उन्होंने कहा कि योग की परिअंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर मैजेस्टिक योगा स्टूडिया ने किया दो दिवसीय विशेष कार्यक्रम का आयोजन
भारत के प्राचीन ऋषि मुनियों की विश्व को सौगात है योग-महंत गोविंददास
हरिद्वार, 22 जून। अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर कनखल स्थित मैजेस्टिक योगा स्टूडियो द्वारा दो दिवसीय विशेष योग अभ्यास कार्यक्रम का आयोजन किया गया। योगाचार्य सौरभ विश्व ने कार्यक्रम में शामिल हुए लोगों को योग आसनों व प्राणायाम का अभ्यास कराया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथी महंत गोविंददास महाराज, डा.संध्या शर्मा, उद्योगपति तोष जैन, मोनिका जैन, समीक्षा शर्मा आदि ने सभी को योग दिवस की शुभकामनाएं दी। श्री पंचायती अखाड़ा बड़ा उदासीन के कारोबारी महंत योगाचार्य गोविंद दास महाराज ने कहा कि भारत के प्राचीन ऋषि मुनियों द्वारा प्रतिपादित योग विश्व को सदैव स्वस्थ रहने के लिए दी गयी एक सौगात है। उन्होंने कहा कि नियमित रूप से योग आसनों, प्राणायाम का अभ्यास व ध्यान साधना करने से व्यक्ति सदैव निरोगी रहता है। सभी को योग को अपनी दिनचर्या में शामिल करना चाहिए। मोनिका जैन ने कहा कि योग भारत की प्राचीन धरोहर है। योग मन को शांत और स्थिर रखता है। यदि नियमित रूप से योग, ध्यान और प्राणायाम का अभ्यास किया जाए तो जीवन में अनेक सकारात्मक बदलाव आते हैं। योग के अनेक लाभकारी परिणामों के चलते पूरी दुनिया में लोग योग को अपना रहे हैं। डा.संध्या शर्मा ने कहा कि दुनिया को योग के महत्व से परिचित कराने के लिए 21 जून को विश्व योग दिवस मनाने की शुरूआत की गयी। नियमित रूप से योग अभ्यास करने से कई असाध्य रोगों से छुटकारा पाया जा सकता है। उद्योगपति तोष जैन ने कहा कि योग शरीर को निरोगी बनाने में सहायता करता है। उन्होंने कहा कि योग की परिभाषा बहुत विस्तृत है। योग कई शारीरिक और ध्यान मुद्राओं का संलग्न तथा एक आध्यात्मिक प्रक्रिया है।
भाषा बहुत विस्तृत है। योग कई शारीरिक और ध्यान मुद्राओं का संलग्न तथा एक आध्यात्मिक प्रक्रिया है।