हरिद्वार
अभियांत्रिकी एवम प्रौद्योगिकी संकाय गुरुकुल कांगड़ी हरिद्वार में राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई चार ने एक दिवसीय विशेष शिविर के अंतर्गत विश्व एड्स दिवस पर जनजागरुकता अभियान कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम का उद्घाटन करते हुए संकायाध्यक्ष प्रो० विपुल शर्मा ने कहा हम जानते हैं कि एड्स एक गंभीर बीमारी है और लाइलाज भी। हालांकि, इसके लिए कई उपचार आ चुके हैं, फिर भी इससे मरीज के स्वस्थ, सामान्य और लंबे जीवन जीने की गारंटी नहीं मिलती। एड्स की वजह से अब तक लाखों जानें जा चुकी हैं। ऐसे में जरूरी है कि इस बीमारी के प्रति लोग जागरूक किया जाना जरूरी है। कार्यक्रम अधिकारी मयंक पोखरियाल ने बताया की इस साल इसकी थीम लेट कम्यूनिटीज लीड (Let Communities Lead)है जिसका उद्देश्य एड्स जैसी खतरनाक बीमारी से बचाव के तरीकों से लोगों को जागरूक करने के लिए एक अब तक समाज में दिए योगदान की सराहना करने के लिए रखी गई है। उन्होंने बताया की पिछले दो दिनों से संकाय में आयोजित विभिन्न खेल एवम सांस्कृतिक कार्यक्रमों में भी स्वयंसेवकों द्वारा छात्रों को एड्स बीमारी के बारे में जागरूक करने के लिए रैली का आयोजन भी किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि पूर्व कार्यक्रम अधिकारी डॉ० एम० एम० तिवारी ने बताया है कि एड्स का कारण है एचआईवी या ह्यूमन इम्युनोडिफेशिएंसी वायरस। यह वायरस शरीर के प्रतिरक्षा तंत्र पर हमला करता है और उसे इतना कमजोर कर देता है कि शरीर दूसरा कोई संक्रमण या बीमारी झेलने के काबिल नहीं बचता है। विभागाध्यक्ष प्रो० मयंक अग्रवाल ने उन्होंने बताया कि इससे बचाव के लिए एहतियात बरतना ही सबसे प्रमुख उपाय माना जाता है। हम सब मिलकर एचआईवी पीड़ित के साथ होने वाले भेदभाव को खत्म कर सकते हैं। कार्यक्रम में डॉ तनुज गर्ग ने एड्स जनजागरूक्त पर अपने विचार रखे। कार्यक्रम में डॉ० आशीष धमांधा, विकास देशवाल, धनपाल सिंह, संजीव कुमार, नीरज कुमार, सचिन कुमार समेत सैकड़ों स्वयंसेवकों एवम छात्रों ने कार्यक्रम में प्रतिभाग किया।