हरिद्वार-आम आदमी को गैस सिलेंडर के लिए नियम-कायदों का पाठ पढ़ाने वाली गैस एजेंसियां खुद नियम-कानून की धज्जियां उड़ा रही हैं। स्थिति यह है कि शहर और आसपास की नौ एजेंसियों में से महज कुछ ही के पास ही अग्निशमन विभाग की फायर एनओसी है। शेष पाँच बिना एनओसी के अपना कारोबार कर रही हैं।एजेंसियों के गैस गोदाम काफी संवेदनशील होते हैं। जरा सी चूक से कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है। ऐसे में इनके गोदामों में अग्निसुरक्षा के व्यापक इंतजाम करना बेहद जरूरी होता है। हरिद्वार में भारत पेट्रोलियम की पुष्पक गैस एजेंसी पहले रिहायशी इलाके में नही थी धीरे धीरे ज्वालापुर के शुभम विहार कालोनी में रिहाइश बढ़ने लगी ऐसे में लोगो मे खतरे की संभावना भी बढ़ने लगी ऐसे में स्थानीय निवासी राकेश बंसल ने बताया कि कई बार गैस एजेंसी के मालिक से इसकी शिकायत की गई लेकिन उन्होंने इस पर ढोलमोल रवैया अपनाया जिस कारण आज हम लोगो ने धरना प्रदर्शन किया हमारी यह मांग है कि इस गैस गोदाम को कहीं अन्य जगह स्थान्तरित किया जाए मौके पर पुष्पक गैस के मैनेजर राकेश ने लोगो से वार्ता की और उन्हें आश्वासन दिया कि जल्द अपने मालिक से बात कर लोगो की समस्या का निस्तारण किया जायेगा उन्होंने यह भी कहा कि हमारे कर्मचारियों द्वारा कालोनी में कार्य के दौरान जो अभद्र भाषा का प्रयोग किया जाता है उनको भी इस सम्बंध में समझाया जायगा तक जाकर स्थानीय लोगो ने अपना धरना प्रदर्शन समाप्त किया ,,,साथ ही ये चेतावनी भी दी कि अगर तय समय पर हमारी मांगे नही मानी तो भविष्य में हम टेंट लगाकर विरोध प्रदर्शन करेंगे