हरिद्वार, 25 अगस्त। विधानसभा अध्यक्ष रीतु खंडूरी ने कहा कि निंरजन पीठाधीश्वर स्वामी कैलाशानंद गिरी महाराज विद्वान एवं तपस्वी संत हैं। उनके द्वारा लोकल्याण के लिए प्रतिवर्ष पूरे सावन माह की जाने वाली विशेष शिव आराधना के फलस्वरूप देश एवं प्रदेश प्रगति के नए सोपान तय करेगा। विधानसभा अध्यक्ष रीतु खंडूरी शुक्रवार को श्री दक्षिण काली मंदिर में आयोजित स्वामी कैलाशानंद गिरी की विशेष शिव आराधना में सम्मिलित हुई और रूद्राभिषेक कर उत्तराखंड की खुशहाली की कामना की। इस दौरान रीतु खंडूरी ने कहा कि संत महापुरूष देवभूमि उत्तराखंड का गौरव हैं। समाज को आध्यात्मिक संदेश प्रदान कर देश को सांस्कृतिक रूप से एकजुट करने में संत समाज ने हमेशा अग्रणी भूमिका निभायी है। उत्तराखंड के संत महापुरूषों द्वारा प्रसारित आध्यात्मिक संदेशों से पूरे विश्व को मार्गदर्शन प्राप्त होता है। स्वामी कैलाशानंद गिरी महाराज ने कहा कि परमार्थ ही संत समाज का उद्देश्य है। कल्याणकारी भगवान शिव की कृपा से उत्तराखंड निरंतर प्रगति के पथ पर आगे बढ़े और आम आदमी का जीवन खुशहाल हो यही उनकी आराधना का उद्देश्य है। उन्होंने कहा कि विधानसभा अध्यक्ष रीतु खंडूरी एक कुशल प्रशासक हैं। उनकी धर्मपरायणता सभी को प्रेरणा देती है। उनके द्वारा किए गए भगवान शिव के रूद्राभिषेक का उचित प्रतिफल समस्त उत्तराखंड को प्राप्त होगा और राज्य विकास के नए आयाम तय करेगा। स्वामी अवंतिकानंद ब्रह्मचारी ने माता की चुनरी व नारियल भेंटकर विधानसभा अध्यक्ष रीतु खंडूरी का स्वागत किया। इस अवसर पर स्वामी अवंतिकानंद ब्रह्मचारी, बालमुकुन्दानन्द ब्रह्मचारी, स्वामी लाल बाबा,आचार्य पवन दत्त मिश्रा, आचार्य प्रमोद पांडे,स्वामी कृष्णानंद ब्रह्मचारी, चेतन शर्मा, राजू शुक्ला, अनुराग वाजपेयी आदि सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालु मौजूद रहे।