हरिद्वार, 8 अक्टूबर। श्री पंच दशनाम जूना अखाड़े की पवित्र छड़ी यात्रा की नगर परिक्रमा अपने अंतिम चरण में पहुंच गई है। उत्तराखंड के चारो धाम सहित समस्त कुमाऊ गढ़वाल मंडल के पौराणिक तीर्थों के भ्रमण के लिए रविवार 9 अक्टूबर को पवित्र छड़ी दोपहर 12 बजे सिद्ध पीठ माया देवी मंदिर में पूजा अर्चना करने के पश्चात प्रस्थान करेगी। शनिवार को पवित्र छड़ी कनखल स्थित पौराणिक दक्षेश्वर महादेव मंदिर पहुंची। दक्ष मंदिर में अखाड़ा परिषद अध्यक्ष एवं श्री पंचायती अखाड़ा महानिर्वाणी के सचिव श्रीमहंत रविन्द्रपंरी महाराज ने पवित्र छड़ी की पूजा अर्चना की और छड़ी यात्रा निर्विघ्न संपन्न होने की प्रार्थना की तथा छड़ी लेकर पहुंचे जूना अखाड़े के अंतर्राष्ट्रीय संरक्षक एवं अखाड़ा परिषद के महामंत्री श्रीमंहत हरिगिरी महाराज, जूना अखाड़े के अध्यक्ष श्रीमहंत प्रेम गिरी महाराज, महंत देवानंद सरस्वती, महंत नारायण गिरी, पूर्व सभापति श्रीमहंत उमा शंकर भारती, सुमेरु पीठाधीश्वर जगतगुरु शंकराचार्य नरेंद्रानंद सरस्वती, महामंडलेश्वर स्वामी कपिल पुरी महाराज, श्रीमहंत महेश पुरी, श्रीमहंत शैलेंद्र गिरी, श्रीमहंत सुरेशानंद सरस्वती, श्रीमहंत कुशपुरी, महंत पूर्णागिरि, महंत धीरेन्द्र पुरी आदि संतों का फूलमाला पहनाकर स्वागत किया। इस दौरान श्रीमहंत रविन्द्रपुरी महाराज ने कहा कि छड़ी यात्रा सनातन धर्म की प्राचीन परंपरा है। छड़ी यात्रा के उत्तराखण्ड भ्रमण से सनातन धर्म और संस्कृति के प्रति सकारात्मक संदेश जाएगा और युवा पीढ़ी को मार्गदर्शन प्राप्त होगा। श्रीमहंत हरिगिरी महाराज ने कहा कि जगद्गुरू शंकराचार्य की यात्रा के साथ प्रारम्भ हुई छड़ी यात्रा उत्तराखण्ड के सभी तीर्थो का भ्रमण करेगी। उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड में चारधाम सहित अनेक पौराणिक तीर्थ स्थल हैं। यात्रा से उपेक्षित अवस्था में पड़े तीर्थो के विकास का मार्ग प्रशस्त होगा। जिससे स्थानीय युवाओं को रोजगार के अवसर मिलेंगे। छड़ी यात्रा का स्वागत करने वालों में पूर्व विधायक संजय गुप्ता, महंत कृष्णानंद, महंत सूर्यनारायण गिरी, महंत जमुना पुरी आदि सहित कई संत शामिल रहे।