हरिद्वार समाचार– अखिल भारतीय संत समिति के प्रदेश अध्यक्ष एवं श्री पंचायती अखाड़ा निर्मल के कोठारी महंत जसविंदर सिंह महाराज ने पंजाब सरकार एवं पुलिस प्रशासन से निर्मल अखाड़े से संबंधित जालंधर स्थित निर्मल कुटिया के महंत गुरविंदर सिंह महाराज को सुरक्षा व्यवस्था उपलब्ध कराने की मांग की है। कनखल स्थित अखाड़े में पत्रकार वार्ता करते हुए कोठारी महंत जसविंदर सिंह महाराज ने कहा कि जालंधर के हजारा ग्राम में निर्मल कुटिया समाधि मंदिर गंगभवन तप स्थान संत गंगा सिंह महाराज निर्मल संप्रदाय का स्थान है और निर्मल अखाड़े से संबंधित है। जहां महंत गुरविंदर सिंह महाराज अखाड़े की परंपराओं का निर्वहन करते हुए भली-भांति उसका संचालन कर रहे हैं। लेकिन कुछ समय से कुछ असामाजिक तत्व उस स्थान पर लंगर चलाने के माध्यम से कब्जा करना चाहते हैं। जिस कारण से वहां वाद विवाद बना रहता है। असामाजिक तत्वों द्वारा कई बार महंत गुरविंदर सिंह महाराज को उस स्थान को छोड़कर चले जाने की और जान से मारने की धमकी भी दी जा चुकी है। जिस कारण महंत गुरविंदर सिंह महाराज मानसिक तनाव में है। श्री पंचायती अखाड़ा निर्मल पंजाब सरकार एवं पुलिस प्रशासन से मांग करता है कि उन असामाजिक तत्वों पर सख्त से सख्त से कानूनी कार्यवाही की जाए। जिससे कोई भी अप्रिय घटना घटित ना हो। उन्होंने कहा कि आज पूरे देश में संतों के खिलाफ षड्यंत्र रच कर धर्म स्थलों को कब्जाने की कोशिश की जा रही है। जिस कारण कई बार संत महापुरुषों की हत्या भी हो चुकी है। पुलिस प्रशासन को मामले को तत्काल संज्ञान में लेकर दोषियों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए। क्योंकि मानसिक तनाव के चलते आज बड़े-बड़े संत आत्महत्या कर रहे हैं। ऐसे में कभी भी पंजाब स्थित अखाड़े के स्थान में कोई भी घटना घटित हो सकती है। कोठारी महंत जसविंदर सिंह महाराज ने कहा कि यदि जल्द ही इस मामले में कार्यवाही नहीं की गई तो संपूर्ण संत समाज पंजाब जाकर उग्र आंदोलन करेगा। क्योंकि मंहत गुरविंदर सिंह महाराज पर पहले भी कई बार जानलेवा हमला हो चुका है। संत परंपरा पर कुठाराघात और संतों का उत्पीड़न कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। श्री पंचायती अखाड़ा निर्मल के सचिव महंत देवेंद्र सिंह शास्त्री महाराज ने कहा कि संत गंगा सिंह महाराज एक विद्वान और तपस्वी महापुरुष थे। जिनकी तपस्थली अनेक सेवा प्रकल्पों के माध्यम से समाज उत्थान में अपना सहयोग प्रदान करती चली आ रही है और महंत गुरविंदर सिंह महाराज संतों की सेवा कर राष्ट्र निर्माण में अपना योगदान प्रदान कर रहे हैं। लेकिन कुछ असामाजिक तत्व लगातार बार-बार धर्म स्थल को कब्जाने की नियत से वहां विवाद पैदा कर रहे हैं। पुलिस प्रशासन को ऐसे असामाजिक तत्वों को चिन्हित कर उन पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए। उन्होंने पंजाब के नवनियुक्त मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी से मांग की है कि इस मामले को तुरंत संज्ञान में लेकर उचित कार्यवाही के निर्देश जारी करें। जिससे कोई अप्रिय घटना ना घटित हो असामाजिक तत्वों के खिलाफ कार्रवाई की मांग करने वालों में महंत ज्ञानी खेम सिंह, संत जसकरण सिंह, संत तलविंदर सिंह, संत सिमरन सिंह, मंहत लोकेश दास, स्वामी रविदेव शास्त्री, मंहत दिनेश दास, मंहत निर्मल दास, संत जनरैल सिंह, महंत निर्भय सिंह, संत सुखमन सिंह, महंत गोविंद दास, महंत श्याम प्रकाश, स्वामी गंगादास उदासीन, महंत कैलाश मुनि, संत रवि सिंह, महंत ज्ञान सिंह प्रयागराज, महंत मलकीत सिंह आदि उपस्थित रहे।