हरिद्वार समाचार-मेलाधिकारी ने पूरे महामण्डलेश्वर नगर का निरीक्षण किया। उन्होंने निरीक्षण के दौरान
कहा कि इस क्षेत्र की भूमि काफी अच्छी स्थिति में होने की वजह से आसानी से विकसित हो जायेगी। इसमें केवल बिजली, पानी तथा शौचालय की व्यवस्था के साथ ही दो-तीन रैम्प बनाने की आवश्यकता है। इसके अतिरिक्त इस क्षेत्र का इसलिये भी और अधिक महत्व है कि यह गौरी शकर दीप से जुड़ा हुआ है।
दीपक रावत ने मौके पर उपस्थित अधिकारियों को यहां पर जो छोटी-छोटी झाड़ियां उगी हैं, उन्हें यथाशीघ्र का साफ करने के निर्देश दिये।
मेलाधिकारी ने महामण्डलेश्वर नगर के आखिरी छोर पर गंगा के तट पर काफी लम्बे क्षेत्र में बालू की मौजूदगी को देखते हुये कहा कि इस तट पर महाकुम्भ तथा माइथोलाॅजी की थीम से सम्बन्धित सैण्ड आर्ट की प्रतियोगिता कराई जायेगी, जिन्हें श्रद्धालु तट के उस पार से भी आसीनी से देख सकेंगे।
इस मौके पर पत्रकारों द्वारा मेलाधिकारी से कुम्भ को देखते हुये कोरोना वैक्सीन की और मांग करने के बारे में पूछने पर मेलाधिकारी ने कहा कि हमारा उद्देश्य अग्रिम पक्तियों में काम करने वाले अधिक से अधिक लोगों को वैक्सीन की सुविधा उपलब्ध कराना है। उन्होंने पत्रकारों को यह भी बताया कि ललतारों पुल पर एचआरडीए के माध्यम से लाइटिंग की बेहतरीन व्यवस्था की जायेगी। उन्होंने कहा कि कुम्भ से सम्बन्धित सारे कार्य समय से पूर्ण हो जायेंगे।
इस अवसर पर अपर मेलाधिकारी, श्री हरवीर सिंह, उप मेलाधिकारी- श्री अशुल सिंह, श्री दयानन्द सरस्वती, श्री किशन सिंह नेगी, सी0ओ0, श्री पी0सी0 देवली, तहसीलदार, श्री मंजीत सिंह, लोक निर्माण, विद्युत, जल संस्थान सहित सम्बन्धित विभागों के अधिकारीगण मौजूद थे