हरिद्वार– भारतीय किसान यूनियन अंबावता के अलकनंदा मैदान पर आयोजित तीन दिवसीय अधिवेशन के अंतिम दिन किसान संगठन की और से प्रस्ताव पारित कर सरकार से जिन किसानों के पास एक हेक्टेयर या इससे कम कृषि भूमि है, उनका दस लाख तक का कर्ज माफ करने, किसान आयोग का गठन, एमएसपी पर गारंटी कानून, फैक्ट्रीयों में किसानों की युवा पीढ़ी को रोजगार देने की मांग की गयी। अधिवेशन के समापन सत्र को संबोधित करते हुए भाकियू अंबावता के राष्ट्रीय अध्यक्ष चैधरी ऋषिपाल अंबावता ने कहा कि किसान मजदूर देश के असली मालिक हैं। लेकिन देश में किसान और मजदूर ही सर्वाधिक उत्पीड़न का शिकार हैं। किसानों के वोट से बनने वाली सभी सरकारों ने किसानों और मजदूरों के हितों को अनदेखा किया है। पूंजीपतियों का करोड़ों का कर्ज माफ कर दिया जाता है। लेकिन मजबूरी में कर्ज नहीं चुका पाने वाले गरीब मजदूर, किसान को जेल भेज दिया जाता है। किसानों को अपने अधिकारों के प्रति जागरूक होना होगा। अपने वोट का महत्व समझना होगा। किसानों, मजदूरों का उत्पीड़न सहन नहीं किया जाएगा। किसान जागरूक हो चुका है। एमएसपी पर गारंटी कानून के लिए आंदोलन करने भी को तैयार है। संगठन विरोधी गतिविधियों तथा संगठन के नाम पर अवैध रूप से धन उगाही में संलिप्त पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं की घोषणा करते हुए चैघरी ऋषिपाल अंबावता ने कहा कि प्रशासन को केवल पंजीकृत किसान संगठनों को ही कार्यक्रम की अनुमति देनी चाहिए। अंबावता ने अगला अधिवेशन हरियाणा में आयोजित करने की घोषणा करते हुए उत्तर प्रदेश, हरियाणा, राजस्थान, दिल्ली, गुजरात, आंध्रप्रदेश, महाराष्ट्र सहित देश भर से आए हजारों किसानों का आभार व्यक्त करते उन्हें विदाई दी। चैधरी ऋषिपाल अंबावता ने कहा कि अधिवेशन में तीस हजार ं किसानों के जुटने के बावजूद प्रशासन की और से अधिवेशन स्थल पर सफाई, पेजयल जैसी सुविधाएं भी उपलब्ध नहीं करायी गयी। इस अवसर पर चैधरी प्रवीण अंबावता, चैधरी देवेंद्र अंबावता, पूनम पाण्डे, आर.के.त्यागी, उत्तराखण्ड प्रदेश अध्यक्ष कीरत सिंह, युवा राष्ट्रीय अध्यक्ष फरमान त्यागी, राष्ट्रीय महिला अध्यक्ष रश्मि चैधरी, जिला अध्यक्ष सागर सिंह, हरियाणा प्रदेश अध्यक्ष दिलबाग सिंह हुड्डा, उत्तर प्रदेश अध्यक्ष सचिन शर्मा, दिल्ली प्रभारी मुकेश सोलंकी, गाजियाबाद प्रभारी अमित कसाना, राष्ट्रीय प्रवक्ता ब्रजेश भाटी, प्रदेश उपाध्यक्ष यास्मीन खान, राजस्थान प्रदेश अध्यक्ष राजपाल पुनिया, गुजरात प्रदेश अध्यक्ष अरविन्द गोल, आन्ध्र प्रदेश अध्यक्ष वाजिद अली, रामपाल अंबावता, शमशेर सिंह दहिया, जोगेंद्र, योगेश, नरेंद्र बंसल आदि सहित बड़ी संख्या में किसान मौजूद रहे।