हरिद्वार, 25 अगस्त। धोखाधड़ी के मामले में कोर्ट से गैर जमानती वारंट जारी होने के बाद आरोपी खुलेआम घुम रहे हैं। जबकि पुलिस आरोपियों की तलाश में लगातार दबिश दे रही है। श्री पंचायती अखाड़ा निरंजनी में गुरुवार को आयोजित महामण्डलेश्वर पट्टाभिषेक समारोह में आरोपी मंच पर विराजमान रहे। इतना ही नहीं पंजाब पुलिस भी दूसरे आरोपी की तलाश में पंजाब की खाक छान रही है और वे हरिद्वार में आनन्द ले रहे हैं। श्री पंचायती अखाड़ा निर्मल की एक्कड़ कला शाखा के अध्यक्ष महंत अमनदीप सिंह ने आरोप लगाया कि चारों महंतों ने अखाड़े के फर्जी अकाउंट बनाकर खाते से करीब 50 लाख रुपए की ट्रांजेक्शन की है। कनखल पुलिस ने महंत गोपाल सिंह, महंत जगजीत सिंह, महंत मोहन सिंह और महंत बलवंत सिंह के खिलाफ धोखाधड़ी की धाराओं में मुकदमा दर्ज किया था। कोर्ट में चार्जशीट दाखिल होने के बाद आरोपितों के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी किए थे। तभी से पुलिस उनकी तलाश कर रही है। जिनमे ंसे जगजीत सिंह महाराज अपने आश्रम में हैं तथा आज वे श्री पंचायती अखाड़ा निरंजनी में महामण्डलेश्वर के पट्टाभिषेक समारोह में मंच पर विराजमान दिखायी दिए। बावजूद इसके पुलिस को उनके बारे में कोई जानकारी नहीं मिल पा रही है। जबकि आरोपी खुलेआम घुम रहे हैं। पुलिस को न्यायालय के आदेशों का पालन कराकर आरोपी लोगों को तुरंत गिरफ्तार करना चाहिए। कोर्ट के आदेश की अवहेलना नहीं होनी चाहिए। ऐसे में आरोपियों के हौसले और बुलंद हो रहे हैं और वे किसी भी आपराधिक साजिश को अंजाम दे सकते हैं। उन्होंने पुलिस की कार्यशैली पर भी सवालिया निशान खड़े किए हैं। महंत अमनदीप सिंह महाराज ने कहा कि जिन चार संतों की गिरफ्तारी को लेकर हरिद्वार पुलिस पंजाब सहित कई राज्यों में छापेमारी कर रही है। वहीं एक संत का धार्मिक समारोह में मंच पर कई घंटों तक बैठा रहना अपने आप में पुलिस की कार्यशैली पर सवाल खड़ा करता है।