हरिद्वार, 21 अगस्त। श्री पंचायती अखाड़ा निर्मल के नाम से फर्जी बैंक अकाउंट खोल कर 50 लाख की धोखाधड़ी करने के मामले में आरोपी संतों के खिलाफ कोर्ट से गैर जमानती वारंट जारी होने पर अखाड़े के कोठारी महंत जसविंदर सिंह महाराज ने पुलिस प्रशासन से आरोपी संतों की जल्द से जल्द गिरफ्तारी की मांग की है। कनखल स्थित अखाड़े में प्रैस को जारी बयान में कोठारी महंत जसविंदर सिंह महाराज ने कहा कि संत के भेष में कुछ असामाजिक तत्व लगातार धार्मिक संपत्तियों को हड़पने के लिए लगातार धोखाधड़ी करने के साथ समाज में विद्वेष फैलाकर विवाद उत्पन्न कर रहे हैं। वह शुरू से ही पुलिस प्रशासन प्रशासन को ऐसे असामाजिक तत्वों के खिलाफ सचेत करते रहे हैं। उन्होंने कहा कि अखाड़े के नाम से फर्जी बैक खाता खोलकर धोखाधड़ी करने वाले तथाकथित संत इसके पूर्व भूरीवाले गुट के साथ मिलकर अखाड़े की एक्कड कला शाखा पर कब्जे का प्रयास कर चुके हैं। लंबे समय से अखाड़े पर अवैध कब्जा करने का प्रयास कर रहे आरोपी संतों के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी होने के बाद पुलिस प्रशासन को अब उन्हें तुरंत गिरफ्तार कर जेल भेजना चाहिए। एक्कड़ कला शाखा के महंत अमनदीप सिंह महाराज ने कहा कि संत समाज की एकजुटता व पुलिस प्रशासन की सतर्कता के चलते आरोपी एक्कड़ कला शाखा पर कब्जा करने में नाकाम रहने के बाद निरंतर नए-नए षड़यंत्रों को अंजाम दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि पुलिस प्रशासन को आरोपी संतों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई करनी चाहिए। ताकि धार्मिक संपत्तियों पर कब्जे के उनके मंसूबे कामयाब नहीं हो पाएं। गौरतलब है कि महंत गोपाल सिंह निवासी निर्मल अखाड़ा संत एवेन्यू जीटी रोड़ अमृतसर पंजाब, महंत जगजीतसिंह निवासी निर्मल संतपुरा कनखल हरिद्वार, मोहन सिंह निवासी भजनगढ़ आश्रम खड़खड़ी और महंत बलवंत सिंह निवासी सुखदेव कुटी कनखल के खिलाफ श्री पंचायती अखाड़ा निर्मल कनखल के कोठारी महंत जसविन्दर सिंह महाराज ने अखाड़े के नाम से फर्जी बैंक खाता खोलकर धोखाधड़ी करने के आरोप में कोर्ट में मुकद्मा दर्ज कराया था। जिसमें कोर्ट ने आरोपी संतों के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी किए हैं।