हरिद्वार समाचार– जिलाधिकारी, श्री विनय शंकर पाण्डेय की अध्यक्षता में कलक्ट्रेट सभागार में राज्य सरकार द्वारा संचालित महत्वपूर्ण कार्य योजनाओं के सम्बन्ध में सिंचाई विभाग, लघु सिंचाई, पेयजल निगम तथा जल संस्थान विभागों की समीक्षा बैठक आयोजित हुई।
जिलाधिकारी को समीक्षा बैठक में सिंचाई विभाग के अधिकारियों ने खानपुर के बालावाली तटबन्ध के सम्बन्ध में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि पूर्व में लगभग साढ़े तीन कि0मी0 तटबन्ध क्षतिग्रस्त हो गया था तथा जगह-जगह स्पर लगाकर पानी के बहाव को कम करने या परिवर्तित करने का कार्य किया गया है एवं तटबन्ध बनाने के लिये शासन को प्रस्ताव भेजा गया है। इस पर जिलाधिकारी ने निर्देश दिये कि भौतिक अध्ययन के साथ ही सर्वे के कार्य की शुरूआत भी की जाये।
समीक्षा बैठक में सिंचाई विभाग के अधिकारियों ने जिलाधिकारी को लालढांग नहर योजना के बारे में बताया कि इसका काम लगभग पूरा होने जा रहा है। खानपुर में निर्माणाधीन बाढ़ योजना में जल निकासी का कार्य पचास प्रतिशत हो गया है तथा ओरंगाबाद-आनेकी की योजना नवम्बर तक पूर्ण हो जायेगी।
सिंचाई विभाग के अधिकारियों ने जिलाधिकारी को आस्था पथ का निर्माण, रानीपुर ढाल योजना चीला रोड का निर्माण आदि के सम्बन्ध में भी विस्तृत जानकारी दी। सिंचाई खण्ड रूड़की ने बताया कि रूड़की-भगवानपुर-नारसन में 11 राजकीय नहरें हैं। उन्होंने यह भी बताया कि वर्तमान में चार केन्द्र पोषित योजनायें हैं, जिनका लगभग साठ प्रतिशत कार्य पूर्ण हो चुका है।
श्री विनय शंकर पाण्डेय ने समीक्षा बैठक में जिला योजना के सम्बन्ध में सुझाव दिया कि जिला योजना में आप जिस भी योजना का चयन करें, यह ध्यान रखा जाये कि उससे जनता को अधिका से अधिक लाभ पहुंचना चाहिये तथा जिस योजना का चयन करें, एक बार उस क्षेत्र का दौरा अवश्य करें।
समीक्षा बैठक में पेयजल निगम के अधिकारियों ने राज्य सेक्टर, जिला सेक्टर की योजनाओं की जानकारी जिलाधिकारी को दी। उन्होंने बताया कि जिला योजना में हमने 13 हजार हैण्डपम्प लगाये हैं। उन्होेने यह भी बताया कि अन्य विभागों द्वारा भी जो हैण्डपम्प लगाये गये हैं, उनकी भी मरम्मत हम ही कर रहे हैं, जो लगभग 30 हजार हैं।
जिलाधिकारी को पेयजल निगम के अधिकारियों ने जल जीवन मिशन के सम्बन्ध में भी जानकारी दी। उन्होेंने बताया कि इस योजना में नब्बे प्रतिशत की धनराशि भारत सरकार देती है तथा दस प्रतिशत की धनराशि राज्य सरकार से प्राप्त होती है। विश्व बैंक इकाई पेयजल निगम ने भी जिलाधिकारी को अपनी गतिमान योजनाओं आदि के बारे में विस्तृत जानकारी दी।
श्री विनय शंकर पाण्डेय को जल संस्थान के अधिकारियों ने बताया कि जिला योजना में 221 लाख अनुमोदित हुये हैं। उन्होंने जिलाधिकारी को रूड़की की भौगोलिक स्थिति के बारे में बताया कि यहां पानी की काफी दिक्कत है, जिसकी वजह से ट्यूबवेल जल्दी खराब हो जाते हैं।
इस अवसर पर श्री के0के0 मिश्रा, अपर जिलाधिकारी(वित्त एवं राजस्व), श्री डी0के0 सिंह, अधिशासी अभियन्ता, सिंचाई, श्री पी0एल0 नौटियाल, अधिशासी अभियन्ता, रूड़की, सिंचाई, श्री मौ0 मीसम, अधिशासी अभियन्ता, पेयजल निगम, श्री मुनीस कुमार कालरा, अधिशासी अभियन्ता विश्व बैंक इकाई, पेयजल निगम, श्री मदन सेन अधिशासी अभियन्ता, जल संस्थान, श्री राजीव सैनी अधीक्षण अभियन्ता, जल संस्थान, श्री राजीव जैन परियोजना प्रबन्धक, जल संस्थान सहित सम्बन्धित विभागों के अधिकारीगण उपस्थित थे।