देहरादून, 24 फरवरी 2025

उत्तराखण्ड सरकार और भारतीय उद्यमिता विकास संस्थान, अहमदाबाद के संयुक्त प्रयास से राज्य में उच्च शिक्षा और उद्यमिता विकास के लिए कॉर्पाेरेट सोशल रिस्पॉन्सिबिलिटी (सीएसआर) की भूमिका पर एक विशेष कार्यशाला मुख्य सचिव सभागार में आयोजित की गई। कार्यशाला का उद्देश्य सीएसआर के माध्यम से उच्च शिक्षा और उद्यमिता को सशक्त बनाना तथा संस्थागत सहयोग को प्रोत्साहित करना था।
कार्यशाला में मुख्य अतिथि के रूप में माननीय मंत्री, उच्च शिक्षा डॉ. धन सिंह रावत ने संबोधित करते हुए कहा कि, विकसित भारत के संकल्प को पूरा करने का दायित्व, हम सभी का साझा दायित्व है। राज्य सरकार द्वारा प्रधानमंत्री जी के इस संकल्प को जन-जन का संकल्प बनाने के लिए कार्य कर रही है। मंत्री उच्च शिक्षा ने समावेशी विकास के लिए वंचित वर्ग और समूहों पर विशेष ध्यान का आह्वान किया। मंत्री उच्च शिक्षा ने सी0एस0आर0 के माध्यम से दूरथ क्षेत्र के महाविद्यालयों और संस्थाओं को गोद लेकर विकसित करने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि, देवभूमि उद्यमिता योजना विद्यार्थी उद्यमिता का पहला, अनूठा और सबसे सफल माॅडल है। उन्होंने सभी सीएसआर संगठनों से राज्य के विकास की दिशा में उच्च शिक्षा विभाग के साथ जुडकर कार्य करने का आह्वान किया।

कार्यशाला में सचिव, उच्च शिक्षा डॉ. रंजीत कुमार सिन्हा ने कहा कि, संस्थागत विकास के लिए भागीदारी और सहयोग महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि, सरकार की दृष्टि और प्रयासों के साथ सामाजिक विकास के लक्ष्य को पूरा करने के लिए सी0एस0आर0 फंडिंग महत्वपूर्ण है जो मिसिंग लिंक्स को जोड़ने का कार्य करती है। डाॅ0 सिन्हा ने कहा कि, सामाजिक विकास में सभी की भूमिका महत्वपूर्ण है। आइडिया को प्रोडक्ट में बदलने के लिए संस्थाओं को विशेष भूमिका निभानी होगी।

इस अवसर पर सी0एस0आर0, सदस्य सचिव, उत्तराखण्ड सरकार मनमोहन मैनाली ने कहा कि, उद्योगों की सप्लाई चेन के रूप में कार्य कर रही है उच्च शिक्षा विभाग की देवभूमि उद्यमिता योजना। इस तरह के प्रयास सामाजिक विकास के लिए महत्वपूर्ण हैं, जिसके लिए सरकार की समस्त इकाईयां एक यूनिट की तरह काम कर रही हैं।

इस कार्यशाला में डॉ. रमन गुजराल, निदेशक (कॉर्पाेरेट परियोजनाएँ), भारतीय उद्यमिता विकास संस्थान, अहमदाबाद ने उद्यमिता शिक्षा और सीएसआर के योगदान पर चर्चा की।
डॉ. अमित कुमार द्विवेदी, निदेशक (सरकारी परियोजनाएँ), भारतीय उद्यमिता विकास संस्थान, अहमदाबाद ने राज्य में चल रही देवभूमि उद्यमिता योजना पर एक विशेष प्रस्तुति देते हुए सी0एस0आर0 सहयोग की संभावनओं और आवश्यकता को रेखांकित किया।
कार्यशाला के दौरान सीएसआर और उच्च शिक्षा में सहयोग को लेकर एक खुली परिचर्चा भी आयोजित की गई। इसमें सीएसआर के माध्यम से शैक्षिक संस्थानों में शोध एवं बुनियादी ढांचे को सशक्त बनाने, कॉरपोरेट और शिक्षण संस्थानों के बीच साझेदारी, जिससे कौशल विकास कार्यक्रम एवं स्टार्टअप्स को बढ़ावा मिले तथा सीएसआर निधियों का उपयोग स्टूडेंट स्टार्टअप्स एवं देवभूमि उद्यमिता योजना जैसी पहलों के लिए किये जाने जैसे मुद्दों पर चर्चा हुई।

कार्यशाला में रेल विकास निगम लिमिटेड के डी0जी0एम0 श्री ओ0पी0 मालगुड़ी, नाबार्ड के डी0जी0एम0 श्री भूपेन्द्र कुमार, संयुक्त राष्ट्र आधारित मल्टी लेटरल एजेन्सी से श्री आदर्श कालिया, भारतीय स्टेट बैंक के ए0 जी0 एम0 श्री पारितोष रायजादा, आई0डी0बी0आई0 से गौतम राज छिब्बर, एक्साइड इण्डस्ट्री से श्री धूम जिन्दल, एच0डी0एफ0सी0 से सीएसआर हेड सुश्री जेसिका, क्लस्टर हेड विद्याकान्त मिश्रा, एन0सी0डी0सी0 से अमित कुमार निगम, टी0एच0डी0सी0 से सुश्री सोनू चानू, श्री कुशाग्र मिश्रा, बजाज आॅटो से श्री सार्थ भाटिया, के0पी0एम0जी0 से श्री देवकी नन्दन ने खुली परिचर्चा में अपने संस्थान के योजनाओं के माध्यम से उच्च शिक्षा विभाग के उद्यमिता सहित अन्य पहलों में सहयोग के प्रति आश्वस्त किया।

कार्यशाला का संचालन ब्योमकेश दूबे, उप सचिव, उच्च शिक्षा ने किया। कार्यशाला के समापन पर उच्च शिक्षा विभाग की निदेशक, डॉ. अन्जु अग्रवाल ने सभी अतिथियों, सीएसआर प्रतिनिधियों और शैक्षणिक संस्थानों का धन्यवाद ज्ञापित किया।

कार्यशाला में अनु सचिव, श्री दीपक कुमार, संयुक्त निदेशक डाॅ0 ए0 एस0 उनियाल,सहायक निदेशक एवं सी0एस0आर0 डाॅ0 दीपक कुमार पाण्डेय, श्री अंजनी सिंह, श्री सुमित कुमार सहित अन्य विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।

 

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *