हरिद्वार समाचार- मां मंशा देवी मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष श्रीमहंत रविन्द्रपुरी महाराज ने कहा है कि मां भगवती की उपासना से साधक के सभी मनोरथ पूर्ण होते है। मां की शरण में आने वाले श्रद्धालु भक्तों का देवी मां अवश्य ही कल्याण करती है। निरंजनी अखाड़ा स्थित चरणपादुका मंदिर में श्रद्धालु भक्तों को सम्बोधित करते हुए श्रीमहंत रविन्द्रपुरी महाराज ने कहा कि नवरात्र में मां की अराधना का विशेष महत्व है। श्रद्धापूर्वक की गई देवी मां की उपासना से व्यक्ति के घर में सुख समृद्धि का वास होता है। भक्तों की सूक्ष्म अराधना से प्रसन्न होकर मां अपने भक्तों को रिद्धि सिद्धि और बल बुद्धि प्रदान करती है। उन्होंने कहा कि प्राचीन काल से स्थित चरणपादुका मंदिर में जो श्रद्धालु भक्त मां के पादुका के दर्शन कर लेते हैं। उनके जीवन की सभी विसंगतियां दूर हो जाती है और उनका जीव सदैव उन्नति की ओर अग्रसर रहता है। श्रीमहंत रविन्द्रपुरी महाराज ने जानकारी देते हुए बताया कि आगामी 25 अक्टूबर को मां मंशा देवी की चरणपादुका मंदिर का विधि विधानपूर्वक जीर्णाेद्धार किया जायेगा। श्रीमहंत रामरतन गिरि महाराज ने कहा कि नवरात्रौ में गंगा तट पर देवी भगवती की पूजा करने से भक्तों के जीवन में खुशहाली आती है मां भगवती करूणामयी व ममतामयी है जो सदैव अपने भक्तों का संरक्षण कर उन्हें यश वैभव व कीर्ति प्रदान करती है। जो श्रद्धालु भक्त मां की शरण में आ जाते हैं उनका स्वयं ही कल्याण हो जाता है। उन्होंने कहा कि कलियुग में मानवता की रक्षा व भक्तों के कल्याण के लिए मां मंशा देवी शिवालिक पर्वत पर साक्षात रूप में विराजमान है। जिनके दर्शन मात्र से ही व्यक्ति के युगो युगान्तर के समूल पापों का विनाश हो जाता है। इसलिए व्यक्ति को नवरात्रौ में मां की भक्ति में लीन रहकर सत्य के मार्ग पर चलना चाहिए। क्योंकि सत्य के मार्ग पर चलने वालों की सदा विजय होती है और सत्य के मार्ग पर अग्रसर रहने वालों से देवी भगवती सदा प्रसन्न रहती है। इस अवसर पर श्रीमहंत लखन गिरि, महंत डोगर गिरी, स्वामी रघुवन, स्वामी रविवन, स्वामी मधुरवन, दिगम्बर बलबीर पुरी, दिगम्बर आषुतोष पुरी, अनिल शर्मा, इन्दु गिरि, प्रतीक सूरी आदि उपस्थित रहे।