हरिद्वार समाचार- अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीमहंत नरेन्द्र गिरी महाराज ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी व गृह मंत्री अमित शाह से मांग की है कि कुंभ मेले को भव्य और दिव्य रूप से सम्पन्न कराने के लिए उत्तराखण्ड के मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत को निर्देश दें। जिससे मेले की व्यवस्थाएं समय से पूर्ण हांे व मेले का स्वरूप दिव्य और भव्य हो। मायापुर स्थित श्री पंचायती अखाड़ा निरंजनी में प्रेस को जारी बयान में श्रीमहंत नरेन्द्र गिरी महाराज ने कहा कि आगामी अखाड़ा परिषद की बैठक में सभी 13 अखाड़े कुंभ मेले को भव्य व दिव्य बनाने के लिए विचार विमर्श करेगे। जिसके लिए 25 दिसम्बर को श्री पंचायती अखाड़ा नया उदासीन कनखल में अखाड़ा परिषद की बैठक बुलाई गई है। उन्होंने कहा कि मंगलवार को अखाड़ा परिषद के पदाधिकारी, कुंभ मेलाधिकारी व मेला प्रशासन के समस्त विभाग के अधिकारियों के साथ सभी 13 अखाड़ों में भ्रमण कर कुंभ मेले की व्यवस्थाओं का जायजा लेगें। पेशवाई मार्ग बिजली, पानी, शौचालयों व पथ प्रकाश की व्यवस्था को दुरूस्त करने के लिए अधिकारियों से मौके पर मुआयना कर वार्ता की जायेगी। श्रीमहंत नरेन्द्र गिरी महाराज ने कहा कि धर्म ध्वजा की लकड़ी के लिए उन्होंने मेला अधिकारी से वार्ता की है जल्द ही सभी 13 अखाड़ों के संत वन विभाग के अधिकारियों के साथ जंगल जाकर लकड़ी का चयन करेगें। उन्होंने यह भी कहा कि सरकार के सभी राजनैतिक कार्यक्रम लाखों की भीड़ में भी आयोजित किये जा रहे हैं, फिर हरिद्वार कुंभ के स्वरूप के साथ क्यों छेड़छाड़ की जा रही है। अखाड़ा परिषद के महामंत्री श्रीमहंत हरिगिरी महाराज ने कहा कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रयागराज में माघ मेले के लिए लाखों संतों को टेन्ट व कैम्प लगाने की अनुमति प्रदान की है और साथ ही वहां के प्रशासन को निर्देश दिया है कि माघ मेला भव्य रूप से सम्पन्न कराया जाये। उन्होंने कहा कि वे उत्तराखण्ड के मुख्यमंत्री से अपेक्षा रखते हैं कि 2010 के कुंभ मेले की तर्ज पर ही आगामी कुंभ मेले की व्यवस्थायें मुख्यमंत्री उपलब्ध करायेगें। उन्होंने कहा कि अखाड़ों के पास बाहर से आने वाले संतों के ठहरने के लिए उचित व्यवस्था नहीं होती है इसलिए कैम्प व टेन्ट लगाये जाते है। उन्होंने मेला प्रशासन और विशेषकर शहरी विकास मंत्री मदन कौशिक से आग्रह किया कि मेले में संतों के लिए कैम्प व टेन्ट की व्यवस्थाओं को तुरन्त कराया जाये। जिससे कुंभ मेला ऐतिहासिक रूप से दिव्य व भव्य रूप से सम्पन्न हो सके। वहीं दूसरी ओर अखाड़ा परिषद अध्यक्ष श्रीमहंत नरेंद्र गिरी महाराज ने श्री पंचायती अखाड़ा बड़ा उदासीन की छावनी पहुंचकर श्रीमहंत महेश्वरदास महाराज, मुखिया महंत दुर्गादास महाराज, कोठारी महंत दामोदर दास महाराज, महंत दुर्गेशदास महाराज, महंत निर्मलदास महाराज से कंुभ मेले पर चर्चा की।