हरिद्वार, 5 अक्टूबर। बॉलीवुड की फिल्म आदि पुरुष का ट्रेलर रिलीज होने के बाद संत समाज में देवी-देवताओं के अपमान को लेकर आक्रोश बढ़ता ही जा रहा है। श्री स्वामी नारायण आश्रम के अध्यक्ष महामंडलेश्वर स्वामी हरिबल्लभ दास शास्त्री महाराज में प्रेस को जारी बयान में कहा है कि बॉलीवुड फिल्मों में देवी-देवताओं के अपमान का एक प्रचलन सा बन गया है। जिस पर केंद्र सरकार को तत्काल प्रभाव से कार्यवाही करते हुए रोक लगानी चाहिए और ऐसी फिल्मों के निर्माताओं और निर्देशकों को तुरंत गिरफ्तार कर जेल भेजा जाना चाहिए। हिंदू समाज शांतिप्रिय है। लेकिन लोगों की जन भावनाओं और सब्र का इंतिहान नहीं लेना चाहिए और ऐसी फिल्मों को बैन करना चाहिए। निर्धन निकेतन आश्रम के अध्यक्ष स्वामी ऋषि रामकृष्ण महाराज ने कहा कि संत समाज और हिंदू लोगों की भावनाओं के साथ खिलवाड़ बंद होना चाहिए। बार-बार लगातार बॉलीवुड की फिल्मों में देवी-देवताओं के प्रति अपमानजनक टिप्पणी की जाती है और उनको अमर्यादित वेशभूषा में दर्शाया जाता है। जिसे कतई भी बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। आदि पुरुष फिल्म के निर्माता के खिलाफ सेंसर बोर्ड और केंद्र सरकार को कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए ।समस्त संत समाज ऐसे घोर कृत्य की कड़ी निंदा करता है। भारत साधु समाज के प्रवक्ता एवं चेतन ज्योति आश्रम के अध्यक्ष स्वामी ऋषिश्वरानंद महाराज ने कहा कि आदि पुरुष फिल्म उत्तराखंड सहित पूरे देश में बैन होनी चाहिए। संत समाज उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी एवं केंद्र सरकार से यह मांग करता है कि इस फिल्म को तुरंत बैंन कर फिल्म निर्माता के विरुद्ध कड़ी से कड़ी कार्रवाई करें और भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति ना हो और देवी-देवताओं का अपमान ना हो। इसके लिए केंद्र सरकार और सेंसर बोर्ड को कड़ा कानून बनाना चाहिए। अन्यथा संत समाज उग्र आंदोलन के लिए बाध्य होगा। कोठारी महंत जसविन्दर सिंह महाराज ने कहा कि फिल्म निर्माताओं को फिल्म का निर्माण करते हुए ऐसा ध्यान रखना चाहिए कि उससे किसी भी समाज की भावनाएं आहत ना हो। सनातन धर्म सबसे प्राचीन धर्म है और देवी-देवताओं को मानने वाले विश्व भर में करोड़ों श्रद्धालु भक्त हैं। किसी भी प्रकार की कोई घटना घटित ना हो। इसके लिए केंद्र सरकार को ऐसी फिल्म निर्माताओं एवं अभिनेताओं के खिलाफ कड़ा कदम उठाना चाहिए और उन्हें गिरफ्तार कर जेल भेजना चाहिए। जो समाज में विघटन पैदा करने का कार्य कर रहे है।ं स्वामी रवि देव शास्त्री, स्वामी हरिहरानंद, महंत प्रह्लाद दास, महंत सूरज दास, महंत निर्मल दास, महंत रघुवीर दास, महंत गोविंद दास, स्वामी कपिल मुनि स्वामी, दिनेश दास, महंत सुतीक्षण मुनि, महंत शिवानंद, महंत रामानंद सरस्वती सहित कई संत महापुरुषों ने आदि पुरुष फिल्म का घोर विरोध करते हुए इसके निर्माताओं के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की।